आयोग की मंशा पर पीठासीन अधिकारियों एवं बीएलओ ने फेरा पानी
कई च्रक में पोलिग पार्टी के सदस्यों का र्प्रशिक्षण हुआ। मतदाता सूची में संशोधन कर इसे त्रुटिहीन बनाने को हरेक बीएलओ को निर्देश दिया गया।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : कई च्रक में पोलिग पार्टी के सदस्यों का र्प्रशिक्षण हुआ। मतदाता सूची में संशोधन कर इसे त्रुटिहीन बनाने को हरेक बीएलओ को निर्देश दिया गया। बावजूद इसके इन अधिकारियों ने मतदान को लेकर आयोग के संजोए ख्वाब को चकनाचूर करने में तनिक कोताही न बरती। आयोग की निष्पक्षता भले ही परवान चढ़ी पर कहीं पीठासीन अधिकारी परिचय पत्र को लेकर मनमानी करते रहे तो कहीं बीएलओ ने ग्रामीणों को मतदान पर्ची ही नहीं वितरित किया। अंतिम घड़ी में मतदाता सूची से नाम गायब होने के चलते हाथ में मतदाता परिचय पत्र लेकर नागरिक बूथों से बैरंग वापस हुए।
ग्राम बेला सुल्तानपुर के बूथ संख्या 185 एवं 186 पर पीठासीन अधिकारी ईवीएम सील करने में लगे रहे और मतदाताओं की कतार बढ़ती रही। करीब आधा घंटा बाद मतदान प्रारंभ हुआ। जूनियर हाई स्कूल घोसी के बूथ संख्या 126 पर ईवीएम लाक करने को लेकर आधा घंटा जूझते रहे। मतदान केंद्र रघौली के बूथ संख्या 200 पर भी यही हाल रहा। यहां पर लीला नाम की महिला मत देने पहुंची पर उसके मतदाता पर्ची पर पुरुष की फोटो लगी थी। लिग महिला लिखा होने के साथ ही उसके आधार कार्ड एवं अन्य विवरण सही रहे। मामला बीएलओ तक पहुंचा। अंत में सेक्टर मजिस्ट्रेट के हस्तक्षेप के बाद उसे मतदान की अनुमति दी गई। कुछ स्थानों पर बीएलओ द्वारा जारी पर्ची के साथ मतदाता परिचय पत्र या अन्य विकल्प अनिवार्य किए जाने के चलते तमाम मतदाता वापस हुए तो दोबारा वोट डालने कुछ ही वापस आए। यह हाल तमाम मतदान केंद्रों पर रहा। तमाम केंद्रों पर पेयजल और छाया की व्यवस्था का दावा हवा हवाई ही रहा। उधर मदरसा मरकजी दारूल ओलूम पर बस स्टेशन निवासी बैजनाथ चौरसिया सपरिवार मत देने पहुंचे पर महज तीन सदस्यों के नाम ही सूची में होने के चलते पांच वापस होने को विववश रहे। यही हाल रघौली में वोट डालने गए योगेंद्र सहित अन्य का रहा।
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