प्रदूषण रहित धमाका आफर से गूंज रहा बाजार
जहरीले होते जा रहे वातावरण के संरक्षण को लेकर जहां समाज के बौद्धिक वर्ग से लगायत शासन स्तर पर चिता विकराल होती जा रही है।
जागरण संवाददाता, मऊ : जहरीले होते जा रहे वातावरण के संरक्षण को लेकर जहां समाज के बौद्धिक वर्ग से लगायत शासन स्तर पर चिता विकराल होती जा रही है। दीपावली पर्व के अवसर पर खुशी जाहिर करने के लिए पटाखा छोड़ने की परंपरा के चलते वायुमंडल में विषाक्त तत्वों के और अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि दीपोत्सव पर सरसों के तेल के दीपक जलाने की परंपरा का संबंध वातावरण में घुले हानिकारक तत्वों को मारने से होता है। इन दोनों परंपरा के अतिरिक्त इन दिनों बाजार में एक अलग तरह के धमाके ने शोर मचा रखा है।
बाजार में बिक्री को बढ़ाने के लिए आफर की मची होड़ के बीच आफर धमाका से जहां बाजार में धूम मच गई है वहीं इन आफर धमाकों से पर्यावरण को भी कोई क्षति नहीं पहुंचती है। दीपावली से पहले स्वर्ण आभूषण, कपड़े, बाइक, सहित रेडीमेड के छोटे-बड़े सभी दुकानदार एक दुकानदारों से अधिक बिक्री की होड़ में आफर धमाके करने की होड़ में लगे हुए हैं। रेडीमेड की दुकान पर निर्धारित कीमत का पैंट खरीद पर शर्ट, कंबल पर कंबल या बेडसीट मुफ्त, बाइक पर हेलमेट, सर्विसिग व धुलाई आदि फ्री जैसी स्कीम के धमाके से पूरा बाजार गूंज रहा है। मजे की बात तो यह है कि इन धमाकों के इतने शोर के बावजूद पर्यावरण को किसी प्रकार की क्षति भी नहीं हो रही है। जरूरी सामान की खरीद के लिए बाजार आने वालों के सामने आफर के धमाकों के बीच पशोपेश की स्थिति बन जा रही है। घर से खरीदने के लिए लोग कुछ और चल रहे हैं, बाजार में आफर धमाकों में उलझ कर खरीदारी कुछ और ही सामान की कर ले रहे हैं।