अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पादप वैज्ञानिक जमील हुए सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पादप वैज्ञानिक जमील सम्मानित
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : कुमाऊं विश्विद्यालय नैनीताल में हुए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन में कोपागंज कस्बा के वाजिदपुरा निवासी वैज्ञानिक डा.जमील अख्तर को सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण की चुनौतियों पर प्रस्तुत अपने शोध पर दिया गया।
डा.जमील नई दिल्ली स्थित Xह्नह्वश्रह्ल;पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरोXह्नह्वश्रह्ल; में प्रधान वैज्ञानिक हैं। उनको पुरस्कृत होने की खबर सुनकर कस्बे के लोग झूम उठे। इरशाद अहमद के पुत्र डा.जमील बचपन से ही शांत प्रवृत्ति के मेधावी छात्र थे। प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने बापू इंटर कालेज से प्राप्त कर स्नातक कानपुर से एवं कृषि में एमएससी तथा पीएचडी नैनीताल से किया। 2004 में उनका चयन बिहार स्थित बिरसा एग्रीकल्चर यूनिर्विसटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद हुआ। वहां उन्होंने 2004 से 2010 तक सेवा दी। इसके बाद दिल्ली स्थित Xह्नह्वश्रह्ल;पादप आनुवंशिक संसाधन व्यूरोXह्नह्वश्रह्ल; में प्रिसिपल साइंटिस्ट नियुक्त हुए। बीते दिनों कुमाऊं विश्वद्यालय नैनीताल में खाद्य और पर्यावरण सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में कृषि और सम्बद्ध क्षेत्र विषयक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सहित 14 देशों के वैज्ञानिको और शोधकर्ताओं ने भाग लिया। मुख्य अतिथि प्रो. अरबिद कुमार (कुलपति केंद्रीय विश्वविद्यालय झांसी), डा.डीके सिंह मेरठ और उत्तराखंड बायोटेक्नोलॉजी काउंसिल के निदेशक थे। डा.जमील ने खाद्य और पर्यावरण सुरक्षा प्राप्त करने में चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए।