जान हथेली पर रख कर ट्रैक पार करने को विवश यात्री
अदरी (मऊ) इंदारा रेलवे स्टेशन को छह माह पूर्व ओवरब्रिज तोड़ दिए जाने की वजह से यात्रियों को आवागमन में फजीहत उठानी पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, अदरी (मऊ) : इंदारा रेलवे स्टेशन को छह माह पूर्व ओवरब्रिज तोड़ दिए जाने की वजह से यात्रियों को आवागमन में फजीहत उठानी पड़ रही है। यही नहीं किसी समय बड़ी दुर्घटना से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है। शिकायत के बावजूद विभाग ओवरब्रिज ठीक नहीं करा रहा है। इससे क्षेत्रवासियों का आक्रोश बढ़ रहा है।
इस जंक्शन पर हर दिन सुपरफास्ट सहित तीन दर्जनों से ज्यादा गाड़ियों का रुकने के साथ-साथ कुछ गाड़ियों का तडतड़ाहट के साथ गुजरना होता है। प्रतिदिन इस जंकशन से हजारों यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुविधा और गाडियों की संख्या के हिसाब से यहां कुल दो प्लेटफार्म बनाए गए हैं। इन दोनों प्लेटफार्म पर व उत्तर से दक्षिण आने जाने के लिए ओवरब्रिज बना हुआ था। लेकिन छह माह से रेल प्रशासन ने तोड़ दिया है। इससे यात्रियों की आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दूसरी तरफ बने ओवरब्रिज को रेलवे प्रशासन ने खतरे को देखते हुए सीढियों से आवागमन बंद कर दिया। इंदारा से होकर दिल्ली व मुंबई को जाने वाली दादर एक्सप्रेस, गोदान एक्सप्रेस सहित अन्य महत्वपूर्ण गाड़ियां प्लेटफार्म नंबर एक या दो पर ही रुकती हैं और यही से अपने गंतव्य स्थान को प्रस्थान करती हैं। ऐसे में दिल्ली, मुंबई जाने वाले यात्री जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक को पार करने को मजबूर हैं। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन आंखे मूदें हुए हैं। हद तो तब हो जाती है जब स्कूली छोटे बच्चे व बूढ़ों को तीन फीट गहराई में उतर कर रेलवे ट्रैक को पार करना पड़ता है। हर शाम को ट्रेन पकड़ने वाले यात्री प्लेटफार्म नंबर दो पर मालगाड़ी व अतिरिक्त बोगी खड़ी रहती देख रेलगाड़ी के नीचे से यात्री पार करने लगते हैं। ऐसा नही है कि लोगों ने इसकी शिकायत इंदारा व मऊ रेलवे प्रशासन से नहीं किया परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक प्रभारी मुरली मनोहर सिंह ने कहा कि इसके लिए बार-बार वाराणसी जोन को सूचित किया गया है परंतु कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्य एके श्रीवास्तव ने कहा कि जल्द ही इस पर कार्य कराया जाएगा ताकि आने जाने वाले यात्रियों की दिक्कत दूर हो सके।