ब्रह्मा स्थान निजी बस स्टैंड पर यात्री सुविधाएं नदारद
सबहेड-- महिलाओं के लिए न शौचालय न स्चच्छ पेयजल की व्यवस्था असुविधा.. - प्रांगण में ही पेशाब
सबहेड-- महिलाओं के लिए न शौचालय न स्चच्छ पेयजल की व्यवस्था
असुविधा..
- प्रांगण में ही पेशाब करने को विवश होते हैं यात्री व चालक
- अतिक्रमण के चलते ठगे महसूस कर रहे लाइसेंसी दुकानदार जागरण संवाददाता, मऊ : आजमगढ़ से अलग होकर मऊ को जनपद बने तीन दशक से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन जिला मुख्यालय पर बना ब्रह्मा स्थान निजी बस स्टैंड ज्यों का त्यों हैं। परिवहन निगम से ज्यादा यात्री इसी बस स्टैंड से होकर अपना सफर पूरा करते हैं, लेकिन यात्री सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। यहां तक कि हजारों की संख्या में आने वाली महिला यात्रियों के लिए न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही प्रतीक्षालय की। सुविधाओं के अभाव से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शहर के ब्रह्मा स्थान निजी बस स्टैंड से बड़ी संख्या में छोटे बड़े वाहन रसड़ा, बलिया, मधुबन, बेल्थरारोड, नगरा, भीमपुरा, गाजीपुर, बहादुरगंज, दोहरीघाट, बड़हलगंज, रतनपुरा, इटौरा आदि स्थानों को जाते हैं। निजी बस स्टैंड से जिन रूटों पर बसें चलती हैं उन पर सरकारी बसों की व्यवस्था नहीं है। इसके चलते बड़ी संख्या में यात्री निजी बस स्टैंड पर बस पकड़ने आते हैं। परिवहन निगम के स्थानीय डिपो का आकलन है कि प्रतिदिन 5000 से अधिक यात्री सफर करते हैं, जबकि निजी बस स्टैंड से होकर गुजरने वाले यात्रियों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। रोटरी क्लब द्वारा बनवाए गए एक छोटे से यात्री शेड को छोड़ दें तो यहां यात्रियों के बैठने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। महिलाओं को बसों के इंतजार में यहां घंटों खड़े रहना पड़ता है। प्रांगण में सुलभ शौचालय तो है, लेकिन वह कब खुला रहता है और कब उसमें ताला लटक जाता है पता ही नहीं चलता। शौचालय की जरूरतें निपटाने के लिए लोगों को निजी बस स्टैंड प्रांगण के आड़े-तिरछे स्थानों का इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे प्रांगण में जहां-तहां गंदगी बिखरी पड़ी रहती है।
वर्जन ..
निजी बस स्टैंड प्रांगण के सुंदरीकरण की योजना तैयार की गई है। जल्द ही वहां कार्य शुरू कराया जाना है, जिसकी तैयारियां की जा रही हैं।
- संजय कुमार मिश्र, अधिशासी अधिकारी, मऊ।