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ग्राम सचिवों का उत्पीड़न बंद करें अधिकारी, नहीं तो आंदोलन

अपने उच्चाधिकारियों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए ग्राम सचिवों।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 06:39 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 06:39 PM (IST)
ग्राम सचिवों का उत्पीड़न बंद करें अधिकारी, नहीं तो आंदोलन
ग्राम सचिवों का उत्पीड़न बंद करें अधिकारी, नहीं तो आंदोलन

जागरण संवाददाता, मऊ : अपने उच्चाधिकारियों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए ग्राम सचिवों ने बुधवार को हुंकार भरी। विकास खंड परदहा के सभागार में ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारियों के समन्वय समिति की बैठक हुई। इसमें कर्मचारियों ने उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए प्रस्ताव पारित किया। चेतावनी दी कि अगर कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द निराकरण और उनका उत्पीड़न बंद नहीं किया गया तो वे आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

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सभागार में कर्मचारियों की बैठक में जिलाध्यक्ष ग्राम विकास अधिकारी संघ शैलेंद्र प्रताप सिंह को प्रदेश ग्राम विकास अधिकारी संघ संघर्ष समिति का प्रादेशिक चेयरमैन नियुक्त किए जाने पर पंचायत और ग्राम विकास अधिकारियों ने माला और बुके भेंटकर स्वागत किया। अध्यक्षता करते हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जनपद के कर्मचारियों का किसी प्रकार को शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मांग किया कि जिन कर्मचारियों का स्थायीकरण नहीं हुआ है, उनका तत्काल स्थायीकरण किया जाए। इस अवसर पर राज्य कर्मचारी परिषद जिलाध्यक्ष रामाश्रय यादव, विवेकानंद, कुंअर राहुल सिंह, भूपेंद्र सिंह, हृदयशंकर सिंह, विजय बहादुर सिंह, वरूण कुमार, श्रीकृष्ण, राजन सिंह, रामाशीष यादव आदि उपस्थित थे।


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