जीएम को भेजी गई ओवरब्रिज निर्माण की फाइल
जागरण संवाददाता मऊ शहर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण क
जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण को लेकर कागजी घोड़े दौड़ाने का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम और रेलवे के अभियंताओं ने संयुक्त सर्वे के बाद काफी हद तक पुल का खाका तैयार कर लिया है। पुल की लंबाई को लेकर सेतु निगम की सलाह और मांग पर मंथन के बाद रेलवे के अभियंताओं ने इस पर अपना तकनीकी पक्ष रखते हुए फाइल पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के महाप्रबंधक और डीआरएम को भेज दिया है।
बाल निकेतन क्रासिग पर ओवरब्रिज का निर्माण कई दशक से लंबित है। निर्माण को लेकर कई बार सर्वे और तकनीकी संभावनाएं टटोली गईं, लेकिन मामला निर्माण की कवायदें शुरू होने के स्तर तक नहीं पहुंचा। हाईकोर्ट में लोकदल के नेता सहरोज निवासी देवप्रकाश राय की जनहित याचिका दायर होने और उस पर कोर्ट के निर्देश के बाद पहली बार रेलवे और राज्य सरकार दोनों ने ओवरब्रिज निर्माण को लेकर अपनी मंजूरी दी और प्रतिबद्धता जताया है। यही वजह है कि निर्माण से जुड़ी तकनीकी तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने ठीक रेलवे क्रासिग के ऊपर बनने वाले पुल की लंबाई 25 से 32 मीटर ही बना पाना संभव होने की बात कही है। जबकि, इस स्थान पर रेलवे ने 51 मीटर लंबाई के पुल की मांग किया था। ताजा सर्वे के बाद अब पुल की लंबाई 25 से 32 मीटर ही रखना है, इसलिए इस पर रेलवे को अपनी भविष्य की निर्माण योजनाओं के मद्देनजर तकनीकी मंथन करना है और निर्णय लेना है। रेलवे सूत्रों की माने तो अभियंताओं ने नई शर्तों पर तकनीकी विचार-विमर्श कर उसकी फाइल पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के महाप्रबंधक एवं वाराणसी रेल मंडल के डीआरएम को प्रेषित कर दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा। हालांकि, रेलवे की ओर से अभी पुल की लंबाई कितनी रखी जाएगी, इसे लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है।