क्रय केंद्रों पर धान खरीद की नहीं हुई बोहनी
ान क्रय केंद्रों पर लगातार दूसरे दिन भी कोई किसान धान क्रय करने नहीं पहुंचा। इसकी वजह से क्रय केंद्रों पर बोहनी नहीं हो सकी। क्रय केंद्रों पर तैनात किए गए विभागीय कर्मचारियों की किसानों की राह ताकते रहे और दूसरे दिन शुक्रवार को भी कोई किसान धान क्रय करने नहीं पहुंचा।
जागरण संवाददाता, मऊ : धान क्रय केंद्रों पर लगातार दूसरे दिन भी कोई किसान धान क्रय करने नहीं पहुंचा। इसकी वजह से क्रय केंद्रों पर बोहनी नहीं हो सकी। क्रय केंद्रों पर तैनात किए गए विभागीय कर्मचारियों की किसानों की राह ताकते रहे और दूसरे दिन शुक्रवार को भी कोई किसान धान क्रय करने नहीं पहुंचा। शाम होते ही क्रय केंद्रों पर ताला लगाकर कर्मचारी मायूस होकर अपने घरों को रवाना हो गए। दूसरी तरफ डिप्टी आरएमओ विपुल कुमार सिन्हा विभिन्न क्रय केंद्रों का चक्रमण करते रहे और हिदायत भी देते रहे। बताया कि विभाग की तरफ से सारी व्यवस्था कर दी गई है लेकिन अभी तक कोई भी किसान धान बेचने नहीं आ सका है। आशा है कि शनिवार को क्रय केंद्र पर किसान आएं और धान खरीद की शुरुआत हो सके।
बता दें कि जनपद में कुल 50 हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य शासन की तरफ से निर्धारित किया गया है। इसके लिए 45 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। अब विभाग की वेबसाइट पर कुल 2204 किसानों ने अपना पंजीकरण करा लिया है। खरीफ विपणन वर्ष में धान की अच्छी खेती हुई है। अगेती धान की फसल कटने लगी है। अभी कुछ फसल अब पकने की ओर है। किसान युद्धस्तर पर धान की कटाई व पिटाई का कार्य कर रहे हैं। कुछ किसान धान को सुखा भी रहे हैं लेकिन अभी तक ज्यादातर धान किसान के खेतों में लहलहा रहा हैं। अभी किसान धान की पिटाई कर उसे सुखा नहीं पाया है। इसकी वजह से क्रय केंद्रों पर ले जाने की स्थिति में नहीं है। कुछ किसान अगेती धान की फसल किए हैं लेकिन अभी भी वह अपने धान को क्रय करने लायक नहीं बना सके हैं। यही वजह है कि लगातार दूसरे दिन भी जनपद का कोई भी किसान क्रय केंद्र पर नहीं पहुंच सका है जबकि तमाम किसानों ने अपना पंजीकरण करा लिया है। किसानों की मानें तो एक सप्ताह बाद ही धान की खरीद रफ्तार पकड़ सकती है। अभी किसान अपने धान की फसल को काट रहा है।