मऊ में फिर बढ़ने लगा अपराध का ग्राफ, अपराधियों में पुलिस का नहीं रहा खौफ; गवाह हैं दिनदहाड़े हुई ये हत्याएं
मऊ जिले में अपराध की घटनाएं एक बार फिर बढ़ने लगी हैं। पांच दिन के भीतर दिनदहाड़े हुई दो हत्याओं ने पुलिस की सख्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अपराधियों में पुलिस का खौफ जरूर कम हो रहा।
मऊ, जागरण संवाददाता। मऊ जनपद में माफिया मुख्तार अंसारी, डी-9 व लालू गैंग के खात्मे के बाद डेढ़-दो वर्ष से जनपद शांत था। अपराधियों पर योगी सरकार का खौफ साफ दिख रहा था पर एक बार फिर अपराधी अपने मंसूबों को अंजाम देने लगे हैं। पांच दिन पूर्व दोहरीघाट के उसरी बाजार में दोपहर दो बजे दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या कर दी गई तो शुक्रवार की शाम पांच बजे सरे बाजार सरायलखंसी के बढुआ गोदाम में अपराधियों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया। दोनों घटनाओं को अंजाम देने की कहानी से ऐसा प्रतीत होता है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ जरूर कम हो रहा है। ऐसे में पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
आपराधिक घटनाएं थमने का नहीं ले रही नाम
जनपद के रजिस्टर्ड आपराधिक गैंग व बड़े अपराधियों में केवल एक लाख का इनामी अनुज कन्नौजिया ही फरार है। अधिकतर अपराधी या तो एनकाउंटर का शिकार हो गए या जेल की सलाखों के पीछे हैं। इसके बाद भी जनपद में आपराधिक घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम न ले रहा है। दोहरीघाट के उसरी बाजार में चार-पांच दिन पूर्व दिनदहाड़े असलहाधारी बदमाशों ने केवन नौ हजार रुपये के बकाए को लेकर ताबड़तोड़ गोलियां दागी। इसमें 25 वर्षीय शुभम मौर्य की मौत हो गई।
अभी यह हत्या पुलिस के लिए एक चुनौती था ही कि शुक्रवार की शाम बढुआगोदाम में सरे बाजार दुकान में ट्रक संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद बदमाश असलहा लहराते हुए भाग निकले। लगातार दिनदहाड़े हुई दो हत्याओं से जिला थर्रा गया। एकबारगी ऐसा प्रतीत होने लगा है कि अब पुलिस पर से अपराधियों का खौफ जरूर कम हो गया है। इस घटना के तीसरे दिन भी अभी तक पुलिस एक भी गिरफ्तारी न कर सकी।