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आठ माह से नहीं मिला मानदेय, भुखमरी के कगार पर परिवार

जागरण संवाददाता, रतनपुरा (मऊ) : चाहे जितने भी दावे केंद्र व राज्य सरकार कर लें परंतु सर

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 May 2018 09:50 PM (IST)Updated: Mon, 28 May 2018 09:50 PM (IST)
आठ माह से नहीं मिला मानदेय, भुखमरी के कगार पर परिवार
आठ माह से नहीं मिला मानदेय, भुखमरी के कगार पर परिवार

जागरण संवाददाता, रतनपुरा (मऊ) : चाहे जितने भी दावे केंद्र व राज्य सरकार कर लें परंतु सरकारी महकमे की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है। दूरसंचार जिला प्रबंधक की लापरवाही के चलते एक तरफ मोबाइल नेटवर्किंग ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गई हैं। वहीं दूसरी तरफ बेसिक टेलीफोन में डायल टोन ना होने की वजह से लोगों को फैक्स इत्यादि भेजने में घोर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। अभी इन समस्याओं का समाधान भी नहीं हुआ था कि टेलीकॉम कैजुअल एंड कांट्रैक्ट व‌र्क्स यूनियन के मजदूरों ने अपने पारिश्रमिक का मामला उठाकर दूरसंचार विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

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टेलीकॉम कैजुअल एंड कांट्रैक्टर्स व‌र्क्स यूनियन के मजदूरों को बीते वर्ष सितंबर माह से मार्च तक की मजदूरी नहीं मिली है। मजदूरों को 1500 से लेकर के 2,000 प्रतिमाह पारिश्रमिक मिलता है। आलम यह है कि पारिश्रमिक पाने वाले मजदूर पाई-पाई के लिए मोहताज हैं और परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया हैं। मजदूरों में राम विश्वास यादव पीपरसाथ, रामअवध यादव रतनपुरा दूरभाष केंद्र, संजय ¨सह हलधरपुर दूरभाष केंद्र, बृजेश राम चकरा, बाबूलाल मऊ दूरभाष केंद्र तथा उमाशंकर मौर्य दूरभाष केंद्र हथिनी कैजुअल मजदूर हैं। यह अपना अल्प पारिश्रमिक पाने के लिए विभाग की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं। यद्यपि कि भुगतान ठेकेदार के माध्यम से मिलना है परंतु ठेकेदार द्वारा इसमें लापरवाही बरते जाने पर मजदूरों ने इसकी शिकायत दूरसंचार जिला प्रबंधक से की थी। इसके बावजूद कोई कार्यवाही न किए जाने से मजदूरों में आक्रोश बढ़ गया है।


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