एक माह से अंधेरे में महमूदसराय और बनियापार गांव
ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर बिजली विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों में घिरती नजर आने लगी है। जिले के दर्जनों गांवों के ट्रांसफार्मर जले हुए हैं और विभागीय अधिकारी सुधि लेने का नाम नहीं ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मऊ : ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर बिजली विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों में घिरती नजर आने लगी है। जिले के दर्जनों गांवों के ट्रांसफार्मर जले हुए हैं और विभागीय अधिकारी सुधि लेने का नाम नहीं ले रहे हैं। ग्रामीण शिकायत पर शिकायत कर रहे हैं और कोई सुन नहीं रहा है। घोसी विकास खंड के कल्यानपुर के पास स्थित बनियापार और फतेहपुर मंडाव विकास खंड के महमूदसराय गांव में ट्रांसफार्मर जलने से पिछले एक माह से अंधेरा है, लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा सका है।
महमूद सराय गांव के अली आजम खां, दिनेश, शाहनवाज, सुबहान, जुनैद खां आदि ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव का 63 केवीए का ट्रांसफार्मर बीते 03 सितंबर को ही जल गया। बिजली विभाग में ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत भी दर्ज कराई गई लेकिन एक माह से अधिक का समय बीत गया और ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है। बिजली न होने से ग्रामीण आधुनिक विकास की बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हो गए हैं। लोगों के मोबाइल फोन तक चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। यही हाल बनियापार का है, जहां जलने के एक माह बाद भी ट्रांसफार्मर न बदले जाने से गांव में लालटेन युग में जीने को ग्रामीण अभिशप्त हैं। बनियापार के अरविद यादव ने बताया कि विभागीय अधिकारियों से कई बार इसकी शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बिजली के अभाव में रात के समय बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।