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एनएच पर उड़ती धूल से बढ़ने लगे फेफड़ों के मरीज

गोरखपुर - वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही फोरलेन से सांस के रोगियों में इजाफा, 20 से 25 फीसदी बढ़े मरीज।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 10:37 PM (IST)
एनएच पर उड़ती धूल से बढ़ने लगे फेफड़ों के मरीज
एनएच पर उड़ती धूल से बढ़ने लगे फेफड़ों के मरीज

जागरण संवाददाता, थानीदास (मऊ) : गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग 29 पर चल रहे फोरलेन निर्माण पर कार्यदाई संस्था द्वारा पानी का छिड़काव न कराने के चलते धूल उड़ रही है। इसके चलते क्षेत्र में अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। खासकर हाईवे के पास रहने वाले लोग, दुकानदार इसकी चपेट में आ रहे हैं। लोगों के अनुसार धूल उड़कर उनके फेफड़ों में जा रही है। खाने-पीने की वस्तुएं बेचने वाले जो दुकानदार हाईवे किनारे बैठे हैं उनके खाने-पीने की वस्तुओं पर धूल जमकर लोगों के पेट में जा रही है। बढ़ी ओपीडी---

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हृदय रोग चिकित्सकों के अनुसार पिछले दो-तीन माह में सांस के मरीजों की संख्या 30 से 35 फीसद बढ़ी है। वर्तमान में पहले से अधिक अस्थमा के मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं, जबकि पहले यह संख्या काफी कम थी। जनता की बात--

तीन-चार महीने से मिट्टी के टीले पड़े हैं। यहां बैठे व्यापारियों के साथ-साथ राहगीरों के फेंफड़ों में मिट्टी जा रही है। सड़क किनारे बेड़ई, कचौड़ी, मिठाई अथवा अन्य खाने-पीने की वस्तुएं बेचने वालों के खाद्य पदार्थो में मिट्टी जा रही है।

- अखिलेश ¨सह, थानीदास बाजार।

- हमारा परिवार हाईवे के नजदीक रहने का खामियाजा भुगत रहा है। धूल उड़ने से परिवार के सभी सदस्यों खासकर बुजुर्गो को ज्यादा दिक्कतें हो रही हैं। घर से बाहर निकलते हैं तो हालात और भी खराब होते हैं। धूल के प्रदूषण के साथ ही हादसों का भी खतरा रहता है।

- अशोक तिवारी, दरगाह मोड़। सुझाव--

पिछले कुछ महीने में करीब 20 से 25 फीसदी सांस के मरीज बढ़ गए हैं। बड़ी वाहनों के धुएं के साथ जो धूल उड़ रही है। वह अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक है, जो छोटे कण हवा में होते हैं, उनसे अस्थमा के मरीजों को अचानक खांसी आने के साथ ही सांस फूलने लगती है। ऐसे मरीज मास्क लगाकर ही निकलें।

- डा. एचएन ¨सह।


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