आचार संहिता में बना खड़ंजा, प्रशासन ने उखड़वाया
कोपागंज थाना क्षेत्र के इटौराडोरीपुर में आचार संहिता लगने के बाद खड़ंजा निर्माण कार्य ग्राम प्रधान द्वारा कराया गया था। किसी ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी से की।
जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : कोपागंज थाना क्षेत्र के इटौराडोरीपुर में आचार संहिता लगने के बाद खड़ंजा निर्माण कार्य ग्राम प्रधान द्वारा कराया गया था। किसी ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी से की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को प्रधान के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराते हुए लगे खड़ंजा को उजाड़ने का आदेश दिया। ग्राम प्रधान विजय प्रताप यादव के खिलाफ कोपागंज में एफआइआर दर्ज हो गई। गुरुवार को प्रशासन खड़ंजा को उखाड़ने पहुंचा तो ग्रामीणाों ने विरोध कर दिया। बाद में काफी झिकझिक के बाद प्रशासन के समझाने पर ग्रामीणों ने ही खड़ंजे को उखाड़ दिया।
जैसे ही बीडीओ ने एडीओ पंचायत हृदयेश कुमार पांडेय को खड़ंजा की ईंट निकालने भेजा, ग्रामीण विरोध प्रदर्शन करने लगे। उनका कहना था कि यह खड़ंजा हम लोगों ने लगाया है। मौके पर पहुंचे अधिकारी उनकी बात सुनकर शांत हो गए। देर तक कोई निष्कर्ष न निकलता देख एडीओ ने खंड विकास अधिकारी को सूचित किया। किसी ने सूचना जिलाधिकारी को दी। उन्होंने आदेश दिया कि किसी कीमत पर खड़ंजा से ईंट निकाल दो नहीं तो खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहो। इतना सुनते ही सभी के हाथ पांव फूलने लगे। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों से जिलाधिकारी की बातों से अवगत कराते हुए ईंट निकालने के लिए कहा। देर तक आरोप-प्रत्यारोप होते रहे। अंतत: प्रधान के कहने पर ग्रामीणों ने खुद खड़ंजे को निकालना शुरू किया। तब जाकर ब्लॉक से पहुंचे अधिकारियों ने राहत की सांस ली।