फिर मिलने की उम्मीद के साथ रुखसत हुए जायरीन
तहसील क्षेत्र के दरगाह स्थित मीराशाह की मजार पर गुरुवार को आयोजित सातवीं बराम के मेला में मानो आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के दरगाह स्थित मीराशाह की मजार पर गुरुवार को आयोजित सातवीं बराम के मेला में मानो आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। हजारों की संख्या में जायरीन बाबा की मजार पर मत्था टेक, चादर, फूल-मालाएं चढ़ाकर अपने व परिवार के लिए अमन चैन की दुआएं मांगीं।
क्षेत्र के दरगाह स्थित मीराशाह की मजार पर प्रत्येक वर्ष गंगा दशहरा स्नान के ठीक बाद लगातार सात गुरुवार को लगने वाले मेला के क्रम का इस गुरुवार को अंतिम मेला था। इसलिए मेला में उम्मीद से अधिक भीड़ जुटी थी और जिदगी रही तो अगले साल फिर मिलेंगे की उम्मीद के साथ जायरीन एक-दूसरे को बधाई दे कर अपने अपने घरों को रुखसत हुए। मेला में अपने अभिभावकों संग आए बच्चों ने जमकर खिलौनों की खरीदारी की और विभिन्न झूलों का लुत्फ उठाया। वहीं विभिन्न झूलों का आनंद उठाने मे महिलाएं भी पुरुषों से पीछे नहीं रहीं और यहां उनकी भारी भीड़ रही। मेला स्थल पर संचालित मौत का कुआं, ब्रेक डांस, आसमानी झूला जैसे आइटम का खूब क्रेज रहा और यहाँ भारी भीड़ देखने को मिली। हालांकि शाम चार बजे के बाद कुछ देर की बारिश के ब्यवधान ने थोड़ी देर के लिए मेला को प्रभावित किया । लेकिन बारिश के रुकते ही सब कुछ फिर से सामान्य हो गया। मीरा शाह बाबा के प्रसाद के रूप में प्रसिद्ध कटहल और खजला की भी खूब बिक्री हुई। मेला को सकुशल संपन्न कराने में मेला कमेटी के वालंटियर्स सहित स्थानीय पुलिस प्रशासन का भरपूर सहयोग रहा। मजार परिसर में महिला पुलिस कर्मी तो वहीं पूरे मेला स्थल पर जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात रहे। मेला कमेटी के अध्यक्ष सैयद सबी अहमद ने मेला में आए सभी जायरीनों के प्रति आभार प्रकट किया।
इस दौरान सैयद वजी अहमद, अशफाक आलम, मंटू यादव, मतलूब अहमद, नीबूलाल, उदयभान शाही, मास्टर एहसान, सोनू खान, बिट्टू सिंह, अजय गोंड, सोनू खान, मैनुद्दीन, सुकरुल्लाह साईं, लियाकत अली ने मेला के सफल आयोजन मे महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।