पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम बेटी का कथन निकला सच
कस्बे के युसुफाबाद में 25 अक्टूबर की रात को मृत मदीना की मौत स्वाभाविक नहीं थी, उसकी मौत दम घुटने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि होते ही मासूम बेटी की गवाही सच साबित होने लगी है। तीन साल की मासूम बेटी ने ही यह राज खोला था कि अम्मी का गला दबाकर अब्बू ने मार दिया। वर्ना पूरा परिवार और रिश्तेदार तो उसकी स्वाभाविक मौत मानकर शव को दफन ही कर चुके थे।
जागरण संवाददाता, चिरैयाकोट (मऊ) : कस्बे के युसुफाबाद में 25 अक्टूबर की रात को मृत मदीना की मौत स्वाभाविक नहीं थी, उसकी मौत दम घुटने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि होते ही मासूम बेटी की गवाही सच साबित होने लगी है। तीन साल की मासूम बेटी ने ही यह राज खोला था कि अम्मी का गला दबाकर अब्बू ने मार दिया। वर्ना पूरा परिवार और रिश्तेदार तो उसकी स्वाभाविक मौत मानकर शव को दफन ही कर चुके थे।
स्थानीय कस्बे के युसुफाबाद मुहल्ले के साईं की तकिया मौजा में किराए पर मकान लेकर रहने वाले इस्माइल ने 26 अक्टूबर को परिजनों और रिश्तेदारों को खबर किया कि उसकी बीवी मदीना की रात में बीमारी से मौत हो गई। पूरा गमजदा परिवार जुटा और शव को अबुल खैर स्थिति कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया। उधर मासूम बेटी को उसके नाना लाल मुहम्मद लेकर आजमगढ़ जनपद के जाफरपुर चले गए। वहां नतिनी ने बताया कि अम्मी को अब्बू ने गला दबाकर मार दिया। यह राज खुलते ही ससुराल वालों ने दामाद इस्माइल समेत उसके पांच परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मु़कदमा दर्ज होने के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर उपजिलाधिकारी ने 31 अक्टूबर की शाम परिजनों के सामने लाश को ़कब्र से बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का कारण गला घोंटना बताया गया है। इस्माइल ने यह कदम अपनी मौसेरी साली के प्यार में उठाया था, व उससे निकाह करना चाहता था, इस बात को लेकर शौहर-बीवी में हमेशा विवाद होता रहता था।