परिकल्पना के अनुरूप रहे आदर्श बूथ
इस बार आयोग ने मतदाताओं को बूथ तक लाने हेतु प्रायोगिक तौर पर आदर्श बूथ की परिकल्पना को आजमाया। नगर के जूनियर हाईस्कूल पर यह परिकल्पना बखूबी पूरी हुई।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : इस बार आयोग ने मतदाताओं को बूथ तक लाने हेतु प्रायोगिक तौर पर आदर्श बूथ की परिकल्पना को आजमाया। नगर के जूनियर हाईस्कूल पर यह परिकल्पना बखूबी पूरी हुई। स्थानीय नगर के इस मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर ही ह्वील चेयर की व्यवस्था एवं वालंटियर की तैनाती रही। सजे प्रवेश द्वार से अंदर जाते ही हरेक बूथ पर लटके गुब्बारे और टेंट की व्यवस्था का अलग नजारा रहा। केंद्र पर फिल्टर का पानी एवं गिलास इसे आदर्श मतदन केंद्र घोषित किए जाने का प्रमाण रहीं। यहां पर समस्त बूथों के बीएलओ मतदाताओं की मदद को तत्पर रहे। इसका परिणाम यह रहा कि दोपहर में भी मतदान होता रहा हालांकि संख्या कम रही। इसी तरह के बूथ प्रत्येक विधानसभा में बनाए गए थे, जहां मतदाताओं की सुख-सुविधा का ध्यान रखने की बात कही गई है। गुलाबी गुब्बारों से सजाया गया था बूथ
जासं, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र में लोकसभा के लिए मतदान के दिन भीषण गर्मी को देखते हुए पहली बार मतदान केंद्रों पर छाया के लिए टेंट लगाया गया था। वहीं पेयजल का भी इंतजाम किया गया था। सखी बूथ व माडल बूथ को गुब्बारे से सजाकर मतदाताओं का स्वागत किया जा रहा था। क्षेत्र में इस बार चुनाव आयोग के निर्देश पर बैरियाडीह, विग्रहपुर सहित आधा दर्जन मतदान केंद्रों को छो़ड़ दिया जाय तो प्रत्येक मतदान केंद्र पर छाया के लिए टेंट, बैठने के लिए कुर्सी व पेयजल का इंतजाम किया गया था। वहीं गांगेबीर स्थित सखी बूथ को नगर पंचायत द्वारा और ढिलई फिरोजपुर, गजियापुर स्थित बूथ को गुब्बारे से पूरी तरह सजाया गया था और यहां तैनात महिला मतदानकर्मियों द्वारा मतदाताओं को मत देने में पूरी सुविधा का ख्याल रखा जा रहा था।
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