अस्थमा और टीबी के मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर
जागरण संवाददाता मऊ ठंड का मौसम दस्तक दे रहा है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रदूषण्
जागरण संवाददाता, मऊ : ठंड का मौसम दस्तक दे रहा है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने से मरीजों की संख्या भी बढ़ सकती हैं। वहीं ठंड में अस्थमा के साथ टीबी के मरीजों की संख्या में भी वृद्धि होती है। संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा दस वर्ष से कम उम्र के बच्चे और साठ वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बताया गया है और ठंड में ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि मौसम बदल रहा है, ऐसे में लोगों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है। खासकर बच्चों और वृद्ध लोगों को। इस मौसम में अस्थमा और टीबी के मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है। किसी भी हाल में कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। शारीरिक दूरी के साथ मास्क का भी सदैव प्रयोग करें। संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा दस वर्ष कम आयु के बच्चों और साठ से अधिक आयु के लोगों को है। जिन परिवारों में ऐसे लोग है उनके परिजन सभी का विशेष ध्यान दें। स्वास्थ्य विभाग का टीबी और अस्थमा रोगियों पर विशेष नजर है। आशा, आंगनबाड़ी को ऐसे मरीजों को चिह्नित कर सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।