फार्मासिस्ट के सहारे चल रहा स्वास्थ्य केंद
लापरवाही ...... - पिछले तीन वर्ष से नहीं हैं चिकित्सक सुविधाओं का टोटा - अस्पताल तक ज
लापरवाही ......
- पिछले तीन वर्ष से नहीं हैं चिकित्सक, सुविधाओं का टोटा
- अस्पताल तक जाने के लिए नहीं है रास्ता, लोगों को परेशानी
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : स्थानीय ब्लाक के गोंठा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फार्मासिस्ट के सहारे चल रहा है। यहां तीन वर्ष से किसी चिकित्सक की नियुक्ति ही नहीं हुई। यही नहीं यहां जाने का रास्ता भी नहीं है।
ग्राम पंचायत गोंठा के आस-पास करीब पचास हजार की आबादी रहती है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए 1972 में राजकीय एलोपैथ केंद्र खोला गया था। बड़ी आबादी होने के कारण यहां पर लोगों की मांग थी कि इसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने इसका उद्घाटन भी किया था लेकिन तब से अब तक यहां किसी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो पाई है। अस्पताल फार्मासिस्ट के बदौलत ही चल रहा है। यहां कोई व्यवस्था नहीं है। नया भवन बना है लेकिन आने जाने का रास्ता भी नहीं है। आकस्मिक दुर्घटना हो जाने पर लोगों को दोहरीघाट सामुदायिक स्वास्थ केंद्र जाना पड़ता है।
गोंठा कृषि मंडी है। इसके अलावा पर्यटन की ²ष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां विदेशी आकर रूकते हैं। अस्पताल के पास डाक्टर का आवास निर्माण कराया गया है। यह भी अभी आधा अधूरा पड़ा हुआ है। इसके चारों तरफ गंदगी की भरमार है। क्षेत्र क ी समाजसेवी पूजा राय व सौरभ राय ने कहा कि अस्पताल पर डाक्टर की तैनाती के लिए कई बार स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी भेजा गया। यही नहीं अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सकीय सेवाएं से मिलकर समस्या से अवगत कराया गया लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द अस्पताल पर डाक्टर की तैनाती नहीं हुई तो मुख्यमंत्री दरबार तक मामला पहुंचाया जाएगा।
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक तैनात किया गया है। वर्तमान में वह मेडिकल पीजी की शिक्षा ग्रहण करने गए हैं। एक वर्ष पूरा हो चुका है। विभागीय नियम के अनुसार उस पद को रिक्त नहीं माना जाता है। आते ही वह पदभार ग्रहण करेंगे। --डा. सतीश चंद्र सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी।