अभूतपूर्व और खास दिखा चुनाव कंट्रोल रूम
जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम कर रही थी पल-पल की निगरानी - बेसिक शिक्षा विभाग के होनहारों ने दिखाया कौशल - दो शिफ्टों में तैनात किए गए थे 30 से अधिक कर्मचारी
जागरण संवाददाता, मऊ : लोकसभा चुनाव-2019 को सकुशल संपन्न कराने में जहां अर्से बाद अधिकारियों के तालमेल के साथ बेहतरीन मैनेजमेंट देखने को मिला, वहीं कर्मचारियों की क्षमता का भी भरपूर उपयोग किया गया। मतदान के दौरान आने वाली समस्याओं और अड़चनों को दूर कराने एवं उन पर पल-पल की निगरानी रखने के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में पहली बार अभूतपूर्व इंतजाम देखने को मिले। चारों विधानसभाओं की निगहबानी बिल्कुल नए अंदाज में और अलग ढंग से की गई। कंट्रोल रूम प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी, जिला सूचना अधिकारी जीतेंद्र सिंह, बीडीओ रानीपुर रजनीश कुमार सिंह सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी कंट्रोल रूम में लगी टीम को उत्साहित करते रहे।
पिछले चुनावों में जहां कंट्रोल रूम की व्यवस्था को चार-पांच कर्मचारी मिलकर चलाते थे, वहीं इस बार चारों विधान सभाओं के लिए आठ-आठ कर्मचारियों की ड्यूटी दो शिफ्टों में लगाई गई थी। कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों को सुनने, मतों का प्रतिशत निकालने के काम में बेसिक शिक्षा विभाग के होनहार शिक्षकों को लगाया गया था जो बेसिक शिक्षा अधिकारी की मौजूदगी में अपना काम पूरी तन्मयता से करते नजर आ रहे थे। बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग में 200 से अधिक बीटेक इंजीनियर शिक्षक की भूमिका में काम करते हैं, जिनका कंट्रोल रूम में सही इस्तेमाल किया गया। शिक्षकों का सहयोग स्वयं रजनीश सिंह ने किया, जिन्हें चुनावी ड्यूटी के विश्लेषण व मतदान प्रक्रिया से संबंधित समस्याओं को सुलझाने में महारत हासिल है। सूचनाओं के आदान-प्रदान की जिम्मेदारी स्वयं जिला सूचना अधिकारी ने संभाली तो बीएसए ओपी त्रिपाठी की पैनी निगाहें एक-एक समस्या को सटीक समाधान देने में लगी रहीं। एसओसी आलोक कुमार, बीईओ अशोक गौतम, रमेश सिंह, आदर्श शिक्षक रूपेश पांडेय, जिला संदर्भदाता चंद्रापीड मिश्र सहित अनेक शिक्षकों एवं अधिकारियों ने कंट्रोल रूम की सेवाएं बेहतर बनाने में सहयोग किया।
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