नवरात्र में गुंजित होते रहे देवी गीत
निमिया की गछिया माई के असनवा लगवली अढ़ऊल फूलवा न मइया क अचरा भरइयों अढ़ऊल फूलवा न जैसे देवी गीतों की अनुगूंज के साथ प्रारंभ हुआ नवरात्र पर्व रामनवमी को बधाई गीत बाजे अवध में बधइया अयोध्या में जनमले चारों भइया के साथ समाप्त हुआ।
जासं, रतनपुरा (मऊ) : 'निमिया की गछिया माई के असनवा लगवली अढ़ऊल फूलवा न, मइया क अचरा भरइयों अढ़ऊल फूलवा न' जैसे देवी गीतों की अनुगूंज के साथ प्रारंभ हुआ नवरात्र पर्व रामनवमी को बधाई गीत 'बाजे अवध में बधइया, अयोध्या में जनमले चारों भइया' के साथ समाप्त हुआ। रामनवी पर्व पर लोक मंगल की कामना 'अन्न-धन्न भरीह मैया घरवा, अंगनवा सुखी हो रहिहें न, सगरी गांव-पुर नगरी सुखी हो रहिहें न' जैसे गीतों की अनुगूंज गांव गली-गलियों में गूंजित होती रही। समोगर मंदिर, वैष्णो माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, समेमाता मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्वालुजनों ने मत्था टेका प्रसाद ग्रहण किया।