सच्चे भक्तों के साथ खड़े रहते हैं परमात्मा
आजमगढ़-मुहम्मदाबाद गोहना मुख्य मार्ग पर बनियापार के निकट स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन नाजोपट्टी खैराबाद में संत सम्मेलन आयोजित हुआ।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : आजमगढ़-मुहम्मदाबाद गोहना मुख्य मार्ग पर बनियापार के निकट स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन नाजोपट्टी खैराबाद में संत सम्मेलन आयोजित हुआ। महात्मा बालचंद मास्टर ने कहा कि सत्संग चंदन का वृक्ष है और संत इस पेड़ की छाया हैं। परमात्मा सच्चे भक्तों के साथ हर मुश्किल में उनके साथ खड़े रहते हैं। जब संतों का उस निरंकार परमात्मा पर पूरा विश्वास हो जाता है तो परमात्मा हर जगह उनकी सहायता करता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह द्रौपदी ने कृष्ण भगवान को सहायता के लिए पुकारा था तो भगवान उनकी सहायता के लिए पहुंचे थे। ठीक उसी तरह परमात्मा अपने एक सच्चे भक्त के हर मुश्किल समय में हमेशा उसके साथ खड़े होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्संग सुनना ही काफी नहीं है बल्कि उस पर अमल करना भी बेहद आवश्यक है। परमात्मा हर जगह मौजूद हैं लेकिन पूर्ण ज्ञान नहीं होने के कारण वह हर इंसान को नजर नहीं आते। ज्ञान के साथ ही हमें कर्म को भी आगे रखना होगा। तभी हम उस परमपिता परमात्मा के दर्शन कर सकते हैं। इसलिए हम मानव को एक सच्चे गुरु की शरण में जाना चाहिए। कहा कि गुरु वह शक्ति है जो हमें उस निरंकार परमपिता परमात्मा तक पहुंचने का मार्ग दिखाता है। यदि हमें उस परमात्मा का दीदार करना है तो हमें सच्चे गुरु की शरण में जाना ही होगा। बिना गुरु के परमात्मा का दीदार असंभव है। दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे प्रदूषण भ्रष्टाचार एवं माताओं बहनों के साथ आए दिन हो रहे अत्याचार का मुख्य कारण परमात्मा से दूर होने का है। यदि हम उस परमात्मा के बनाए हुए इस दुनिया के हर जीव-जंतु मां बहन का सम्मान करते हैं तो तभी हमारा व इस समाज का कल्याण संभव है। इस अवसर पर महात्मा सत्यप्रकाश मुखी, लालू सुदर्शन प्रसाद, रामाश्रय, कलावती, निर्मला, उर्मिला, कंचन, सुभावती, फूलमती, कलावती, कविता, प्यारी देवी, गीता आदि उपस्थित थे।