भूमिधरी में बह रहा पानी, अधिकारियों से फरियाद बेमानी
तहसील अंतर्गत नगर पंचायत दोहरीघाट में एक व्यक्ति की भूमिधरी में मोहल्ले का गंदा पानी प्रवाहित हो रहा है। मई माह से वह तहसील दिवस से लेकर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट रहा है पर समस्या जस की तस है। हरेक तहसील दिवस में प्रस्तुत इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी डा. सीएल सोनकर ने नगर पंचायत दोहरीघाट को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : तहसील अंतर्गत नगर पंचायत दोहरीघाट में एक व्यक्ति की भूमिधरी में मोहल्ले का गंदा पानी प्रवाहित हो रहा है। मई माह से वह तहसील दिवस से लेकर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट रहा है पर समस्या जस की तस है। हरेक तहसील दिवस में प्रस्तुत इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी डा. सीएल सोनकर ने नगर पंचायत दोहरीघाट को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया है।
दरअसल नगर पंचायत दोहरीघाट में राजेश सोनकर की खाली पड़ी भूमिधरी जमीन में अल्पसंख्यक वर्ग के घरों का पानी प्रवाहित होता है। नौ माह पूर्व श्री सोनकर ने उक्त जमीन पर निर्माण हेतु मिट्टी डलवाना प्रारंभ किया। इसका विरोध करते हुए अल्पसंख्यक वर्ग ने मामला प्रशासन तक उठाया। राजस्व विभाग ने पैमाइश कर उक्त जमीन पर श्री सोनकर का स्वामित्व साबित किया। तत्कालीन उपजिलाधिकारी, सीओ, दोहरीघाट थानाध्यक्ष, नगर पंचायत चेयरमैन एवं ईओ ने अल्पसंख्यक वर्ग के नाबदान के पानी के निस्तारण हेतु दो माह में नाला बनाए जाने और समस्या का निस्तारण करने का विकल्प सुझाया। नाला न बनने तक प्रवाह उक्त भूमि में होता रहेगा।