पांच दंपतियों ने भुलाया मतभेद, आए साथ
परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस लाइन स्थित महिला थाना में हुई। इसमें कुल 14 पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से 10 मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें पांच दंपति अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। इससे 10 परिवारों के बीच टूट की कगार पर पहुंच चुके रिश्ते जुड़ जाने से उनकी खुशियां फिर से लौट आई। शेष मामलों में बैठक की अगली तिथि 25 नवंबर नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
जागरण संवाददाता, मऊ : परिवार परामर्श केंद्र की बैठक रविवार को पुलिस लाइन स्थित महिला थाना में हुई। इसमें कुल 14 पारिवारिक मामले आए, जिसमें परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से 10 मामलों का निस्तारण हुआ। इसमें पांच दंपति अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को तैयार हो गए। इससे 10 परिवारों के बीच टूट की कगार पर पहुंच चुके रिश्ते जुड़ जाने से उनकी खुशियां फिर से लौट आई। शेष मामलों में बैठक की अगली तिथि 25 नवंबर नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया।
परामर्श केंद्र के सदस्यों के प्रयास से नीलम और संतोष, उम्मेरूमना और शहनवाज, आरती और मनोज, नसीम अहमद और रिजवाना ने अपना-अपना मतभेद भुलाकर साथ-साथ रहने को राजी हुए। वहीं रिजवाना और आफताब के मामले में बच्चों को लेकर जो विवाद था उसे हल करा दिया गया। वहीं अब्दुल हलीम और शकुराबानो के मामले में कोर्ट के आदेश के अनुपालन कराने के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र को निस्तारित कर दिया गया। इस दौरान दिनेश कुमार ¨सह और देवेंद्र ¨सह, श्रीदेवी और प्रभात राय, इंदू देवी और अज्ञात तथा ज्ञांति और सुरेंद्र के मामले में पक्षकारों के लगातार अनुपस्थिति के चलते पत्रावली निस्तारित कर दी गई। इस दौरान अभिषेक गुप्ता और संगीता, रुबीना खातून और शाहिद के मामले में एक-एक पक्षकार उपस्थित हुआ तथा जाकेरा खातून और डा. जावेद मंजर तथा फातमा और सुफियान के मामले में कोई पक्षकार हाजिर नहीं हुआ। इस दौरान परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यगण अर्चना उपाध्याय, विनोद कुमार ¨सह, मौलवी अरसद. इब्राहिम सेवक, एमए खान, आरक्षी प्रियंका ¨सह और पुष्पा गुप्ता ने अपना योगदान दिया।