दरिदों को हो फांसी तो पैदा होगा मन में भय
हैदराबाद के दरिदों को जल्द से जल्द फंसी दी जाय ताकि ऐसा करने की सोचने वालों के मन में भय पैदा हो और हैवानियत करने से पहले सौ बार सोचे। विदेशों कठोर सजा का प्रावधान होने से इस तरह के हैवानियत की घटनाएं नहीं होती पर हमारे यहां वर्षों तक आरोपियों को कोर्ट के फैसले के इतजार में लटकाए रक्खा जाता है इसलिए इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है। उक्त बातें बुधवार को नगर के चंद्रा पब्लिक स्कूल में आयोजित श्रद्धंजली सभा के दौरान प्रबंधक विजय बहादुर पाल ने कही। कहा कि ऐसी क्रूरता पर जल्द से लज्द निर्णय होना चाहिए और दोषियों को सजा होनी चाहिए ताकि औरों के मन में कानून का भय हो और ऐसी घटनाओं पर रोक लगे।
जागरण संवाददाता, मऊ : हैदराबाद के दरिदों को जल्द से जल्द फांसी दी जाय ताकि ऐसा करने की सोचने वालों के मन में भय पैदा हो और हैवानियत करने से पहले सौ बार सोचें। विदेशों में कठोर सजा का प्रावधान होने से इस तरह की हैवानियत की घटनाएं नहीं होतीं पर हमारे यहां वर्षों तक आरोपितों को कोर्ट के फैसले के इंतजार में लटकाए रखा जाता है, इसलिए उनका मनोबल बढ़ता जा रहा है। यह बातें बुधवार को नगर के चंद्रा पब्लिक स्कूल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान प्रबंधक विजय बहादुर पाल ने कही। कहा कि ऐसी क्रूरता पर जल्द से जल्द निर्णय होना चाहिए और दोषियों को सजा होनी चाहिए। ताकि औरों के मन में कानून का भय हो और ऐसी घटनाओं पर रोक लगे।
प्रधानाचार्य केसी पीटर ने कहा कि इस तरह की जघन्य घटनाओं से अपने देश में जहां बेटियों के व उनके अभिभावकों के मन में सुरक्षा को लेकर डर बना रहता है तो विदेशों में भारत की बदनामी होती है। बाहर से लोग भारत आना पसंद नहीं करते और हम पीछे होते जाते हैं। विद्यालय के शिक्षकों व छात्राओं ने मोमबत्ती जलाकर गतात्मा के लिए शांति तथा शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने कि ईश्वर से प्रार्थना किया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य सविजा पीटर, कोआर्डिनेटर कंचन सिंह आदि थीं।