पानी का संचयन करना सीखें किसान
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत दो दिवसीय कृषक औद्यानिक गोष्ठी एवं मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी द्वारा सोमवार को नगर पालिका कम्यूनिटी हाल में किया गया। इसमें उन्नतिशील खेती के गुर बताए गए।
जागरण संवाददाता, मऊ : राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत दो दिवसीय कृषक औद्यानिक गोष्ठी एवं मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी द्वारा सोमवार को नगर पालिका कम्युनिटी हाल में किया गया। इसमें उन्नतिशील खेती के गुर बताए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बदलते समय में किसानों को अपनी तकनीक में सुधार करना होगा। तभी किसानी में उन्नति होगी। किसान औद्यानिक खेती पर विशेष ध्यान दे। उन्होंने कहा कि बिना पानी के खेती की कल्पना नहीं की जा सकती है। पहले पानी की पर्याप्त उपलब्धता होती थी परंतु आजकल पानी की सतह लगातार कम होती जा रही है। इसलिए पानी के संचयन पर विशेष ध्यान देना होगा। किसानी का पानी अवश्य बचाएं। पानी बचाने हेतु अनेक उपाय करें। इसमें तालाबों की खुदाई करने, कुओं आदि का जीर्णाेद्धार कर हम पानी बचा सकते हैं। जिलाधिकारी द्वारा किसानों को सहजन, आम आदि मौसमी फलदार पौधों को लगाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि खेत की तैयारी से लेकर बीज की बोवाई और फसल की कटाई में नवीनतम तकनीकों और आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करके न केवल कृषि उत्पादन बढ़ाना संभव होगा, उत्पादन की लागत भी कम होगी। जिलाधिकारी द्वारा किसानों को पौधे वितरित किए गए। अंत में जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार द्वारा अधिकारियों एवं किसान बंधुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। संचालन राजेश श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर उप निदेशक उद्यान आजमगढ़ मनोहर सिंह, कृषि उप निदेशक एसपी श्रीवास्ताव, जिलाध्यक्ष भाजपा दुर्गविजय राय, कृषि वैज्ञानिक एनपी सिंह, वीके सिंह, रामगोपाल यादव, अभय प्रसाद सहित उद्यान विभाग के कर्मचारी एवं किसान उपस्थित थे।