जगह-जगह लगे मेले, उमड़े श्रद्धालु, किया दर्शन-पूजन
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के साथ ही श्रीरामनवमी के अवसर पर जनपद के मां वनदेवी धाम और करहां के गुरादरी मठ पर मेलों का आयोजन शुरू हुआ।
जागरण संवाददाता, मऊ : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के साथ ही श्रीरामनवमी के अवसर पर जनपद के मां वनदेवी धाम और करहां के गुरादरी मठ पर मेलों का आयोजन शुरू हुआ। इन मेलों में हजारों श्रद्धालु जुटे और अपने-अपने इष्ट का दर्शन-पूजन कर शीश नवाया। अनेक प्रकार के गृहोपयोगी सामानों की खरीदारी की। बच्चों ने मिठाइयों तथा अन्य व्यंजनों के साथ खेल-खिलौनों व झूलों का आनंद उठाया।
मुहम्मदाबाद गोहना प्रतिनिधि के अनुसार बाजार से सटे पश्चिमी तरफ स्थित पवित्र गुरादरी मठ और बनियापार गांव में शनिवार को रामनवमी के पावन अवसर पर विशाल मेले लगे। गुरादरी मठ पर हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने बाबा घनश्याम दास की समाधि पर मत्था टेक नमन किया। यह मठ प्राचीन धरोहरों में से एक है। यहां बने प्राचीन मंदिरों के मध्य बाबा घनश्याम दास की समाधि पर मत्था टेक एवं यहां के पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर श्रद्धालु भक्त अपने को धन्य मानते हैं। इस दिन यहां के स्थित पोखरे में स्नान करना एवं चढ़ावा चढ़ाना श्रद्धालु भक्तों की आस्था का केंद्र बिदु है। लगभग 350 वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई यह प्रथा आज भी जारी है। इधर पुलिस प्रशासन ने भी शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए थे।
उधर मां वनदेवी धाम में तीन दिनों तक चलने वाला श्रीरामनवमी का मेला शनिवार से आरंभ हुआ। यह मेला यहां बिकने वाले लकड़ी के सामानों के लिए प्रसिद्ध है। मेले में पहले दिन हजारों श्रद्धालु पहुंचे। सबने मां सीता के वनदेवी स्वरूप का दर्शन-पूजन कर मेले का आनंद उठाया। इस दौरान पूरा परिसर मां के जयकारों से गूंजता रहा। इस मौके पर अनेक युगल मां को साक्षी मान परिणय सूत्र में भी बंधे और सात जन्मों तक के लिए एक हो गए। मेला परिसर सजी दुकानें अछ्वुत छटा बिखेर रही थीं।