दवा व्यापार में ई-फार्मेसी का विचार नहीं स्वीकार
दवा व्यापार में ई-फार्मेसी को केमिस्ट्र कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके विरोध में 20 से 27 तक सभी केमिस्ट्र काली पट्टी बांधकर सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। सभी व्यापारियों ने दो टूक चेतावनी दी है कि सरकार इसके विचार को वापस लें अन्यथा पूरे देश में 2
जागरण संवाददाता, मऊ : दवा व्यापार में ई-फार्मेसी को केमिस्ट कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके विरोध में 20 सितबंर सभी केमिस्ट काली पट्टी बांधकर सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं जो 27 तक चलेगा। सभी व्यापारियों ने दो टूक चेतावनी दी है कि सरकार इसके विचार को वापस लें अन्यथा पूरे देश में 28 सितंबर को दवा व्यापारी अपनी-अपनी दुकानें बंद कर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
दवा वेलफेयर सोसाइटी के जिला अध्यक्ष शिवजी राय ने कहा कि दवा व्यापारियों के ऊपर मनमाना कानून थोपा जा रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को दवा व्यापार में ई-फार्मेसी का विचार त्यागना ही होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो सभी दवा व्यापारी इसका भरपूर विरोध करेंगे। जनरल सेक्रेटरी प्रवीण कुमार पांडेय ने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 31 दिसंबर 2017 तक खुदरा दवा दुकानों के लिए जारी ड्रग लाइसेंस के अनुपात में फार्मासिस्ट की कमी को पूरा करने की व्यवस्था करे। आरोप लगाया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों द्वारा दवा कानून के विरुद्ध बनाए नए नियम से दवा व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। मांग किया कि इसे अतिशीघ्र बंद किया जाए। इस अवसर पर संरक्षक प्रकाशचंद्र राय, गौरी प्रसाद गुप्ता, जमील अहमद अंसारी, गोपाल कृष्ण बरनवाल, अर¨वद पांडेय, भगवानदास गुप्ता, डा. मंसूर अहमद, बृजेश गुप्ता, रवि प्रकाश ¨सह आदि उपस्थित थे।