सफाई कर्मी नहीं, गंदगी का अंबार, संक्रामक रोगों का खतरा
वलीदपुर (मऊ) गांवों को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने के लिए भले ही सरकार पानी की तरह धन बहा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति इससे इतर है। इस सच मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड क्षेत्र के दपेहडी गांव में देखा जा सकता है। यहां स्वच्छता के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है। इसकी वजह से क्षेत्रवासियों का आक्रोश सातवें आसमान पर है।
जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : गांवों को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने के लिए भले ही सरकार पानी की तरह धन बहा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति इससे इतर है। इस सच मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड क्षेत्र के दपेहड़ी गांव में देखा जा सकता है। यहां स्वच्छता के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है। इसकी वजह से क्षेत्रवासियों का आक्रोश सातवें आसमान पर है।
गांव की आबादी 3200 के करीब है। गांव में एक प्राथमिक व जूनियर विद्यालय हैं। इसके अलावा एक आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन है। गांव में तीन साल से कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं है। इस से गांव की साफ- सफाई व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। चहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस बाबत ग्राम प्रधान प्रतिनिधि प्रवीण कुमार त्रिपाठी द्वारा डीपीआरओ व एडीओ पंचायत से अनेकों बार लिखित की गई लेकिन कोई सफाईकर्मी नहीं भेजा गया। इससे गांव में सफाई व्यवस्था दम तोड़ रही हैं। ग्राम पंचायत में कूड़े का ढेर लगा हुआ हैं। यहां सफाई न होने से नालियां जाम हो चुकी हैं। स्कूल के शौचालय में गंदगी की भरमार है। प्रधान प्रतिनिधि समेत सभी ग्रामवासियों ने जिला पंचायत राज अधिकारी से मांग किया है कि हम लोगों के गांव में अविलंब तीन सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति किया जाए।
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प्रत्येक राजस्व ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रावधान है। राजस्व गांव के सापेक्ष कर्मचारियों की उपलब्धता नहीं होगी जिससे कि वहां कोई सफाई कर्मी की तैनाती नहीं हो पाई है। जल्द ही वहां तैनाती के लिए डीपीआरओ को पत्र लिखा जाएगा।
जयेश कुमार सिंह : खंड विकासधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना