हाईकोर्ट की तारीख पर ही दौड़ रहे डीआइओएस
सूचनाओं का जवाब तैयार करने में ही आधे कर्मचारी हलकान - बोर्ड परीक्षा की तैयारी में लगे हैं बचे-खुचे कर्मचारी - अपनी-अपनी कुर्सी पर डंटे मिले एक-एक लिपिक
जागरण संवाददाता, मऊ : जिले के इंटरमीडिएट स्कूलों में शैक्षिक व्यवस्था के संचालन और निगरानी के लिए तैनात डीआइओएस यानि जिला विद्यालय निरीक्षक को हाईकोर्ट की तरीखों से ही फुर्सत नहीं है। प्रबंधकीय विद्यालयों के विवाद ही इतने ज्यादा हैं कि डीआइओएस का आधा कार्यकाल ही हाईकोर्ट के गलियारों में टहलते हुए गुजर जा रहा है। बुधवार को जागरण टीम ने जब डीआइओएस कार्यालय का रुख किया तो यह हकीकत खुलकर सामने भी आ गई। अधिकांश लिपिक व वित्त एवं लेखाधिकारी तो काम निपटाए पाए गए, लेकिन डीआइओएस के हाईकोर्ट में ही होने की सूचना दी गई।
वरिष्ठ लिपिक राजेश कन्नौजिया एवं रमेश कुमार यादव जहां बोर्ड परीक्षा से जुड़ी तैयारियों को निपटाने में व्यस्त नजर आए, वहीं अकील अहमद खां एवं अंकित यादव विभिन्न नागरिकों द्वारा मांगी गई जनसूचनाओं को तैयार करने के लिए रिकार्डों से जूझते मिले। जबकि, अनेक प्रकार की समस्याएं लेकर दूर-दराज के इंटर कालेजों से आए शिक्षक व प्राचार्य जिला विद्यालय निरीक्षक डा.केसी भारती के कार्यालय में न होने के चलते आकर लौटते दिखे। स्वयं शिक्षकों को ही आपस में यह कहते सुना गया कि शिक्षकों की समस्याएं हल भी हों तो कैसे जब डीआइओएस को अक्सर कोर्ट में ही जाना पड़ता है। इधर, बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को विभागीय लिपिक एवं पटल सहायक तेजी से पूरा करने में लगे हुए हैं। अमित यादव, घूरहू यादव, रामकेवल यादव, धनंजय ¨सह सहित कार्यालय के लगभग सभी कर्मचारी बोर्ड परीक्षा से जुड़े काम निपटाते पाए गए। सिर्फ एक वरिष्ठ लिपिक श्यामनारायण राय गंभीर बीमारी के चलते अवकाश पर बताए गए। उधर, दूरभाष पर पूछे जाने पर डीआइओएस डा.केसी भारती ने बताया कि संस्कृत महाविद्यलयों से जुड़े एक मामले में तारीख पर वे हाईकोर्ट में हैं।