Move to Jagran APP

जूनियर हाईस्कूल में जनशक्ति का निर्धारण अतार्किक

विभिन्न मांगों को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त अनुदानित जूनियर बेसिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 05:28 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 09:24 PM (IST)
जूनियर हाईस्कूल में जनशक्ति का निर्धारण अतार्किक
जूनियर हाईस्कूल में जनशक्ति का निर्धारण अतार्किक

जागरण संवाददाता, मऊ : विभिन्न मांगों को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त अनुदानित जूनियर बेसिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने सोमवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। जूनियर हाईस्कूलों में निश्शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के मानकों के आधार पर जनशक्ति के निर्धारण को अतार्किक बताया। मांग किया कि इस हेतु प्रशासन द्वारा जारी परिपत्र पर पुनर्विचार करने हेतु निर्देशित किया जाए। इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन बीएसए को सौंपा।

loksabha election banner

जिलाध्यक्ष मुखलाल यादव ने कहा कि जनशक्ति निर्धारण को अतार्किक बताते हुए कहा कि नवीन जनशक्ति में न्यूनतम तीन सहायक अध्यापकों का मानक आरटीई 2009 के अधीन घोषित किया गया है। आरटीई को तैयार करते समय अधिकारियों, शिक्षाविदों ने संभवत: इस तथ्य पर ध्यान नहीं दिया कि कक्षा छह से आठ तक विषयानुसार आठ वादन की पढ़ाई की व्यवस्था है। तीन कक्षाओं के परिपेक्ष्य में वादन प्रतिदिन आयोजित होती है। अब तीन सहायक अध्यापक जहां 100 से कम छात्र हैं और प्रधानाध्यापक नहीं हैं में से प्रत्येक को प्रतिदिन आठ वादन शिक्षण कार्य करना होगा जो शिक्षा मनोविज्ञान के अनुसार थकान, अवसाद, अरुचि पैदा करेगा। अत: सहायक अध्यापकों के चार पद पूर्ववत किए जाएं। कहा कि संस्था में समूह ग का एक पद व समूह घ का एक पद पूर्व से मान्य चला आ रहा है जिसे 15 जनवरी के परिपत्र द्वारा मृत संवर्ग घोषित कर दिया गया। संस्था में अनुचर समूह घ का पद नहीं होने से वादन बजाने, कक्षा सफाई, धुलाई, फर्नीचरों की सफाई, बागवानी जैसे कार्य प्रभावित होंगे। इस अवसर पर अवधेश कुमार राय, आलोक कुमार ¨सह, हरेंद्र चौरसिया, रामसमुझ चौहान, राजेश ¨सह, रामाश्रय ¨सह आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.