त्रिमुहानी घाट पुल पर संकट से आक्रोश, प्रदर्शन
पुल टूटते ही ठप हो जाएगा आधा दर्जन गांवों का आवागमन - छोटी सरयू के पानी से कट रहा पुल का अप्रोच - पुल पर खतरा देख ग्रामीणों में व्याप्त है दहशत
जागरण संवाददाता, नौसेमरघाट(मऊ) : कोपागंज विकास खंड के शहरोज त्रिमुहानी घाट पर छोटी सरयू पर बने पुल की दीवारें दरकने लगी हैं। पुल के अप्रोच में जिस तरह से छोटी सरयू का पानी कटान कर पहुंचने लगा है, उससे पुल के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सिलसिला यूं ही कुछ दिन और चल गया तो पुल कभी भी ध्वस्त हो जाएगा। इससे ग्रामीणों में जहां दहशत व्याप्त है, वहीं जिला प्रशासन के सुधि न लेने से तीव्र आक्रोश भी है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने पुल पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी से अविलंब पुल को बचाने की कार्रवाई शुरू कराने की मांग की।
शहरोज गांव के चंद्रमणि यादव, अशोक यादव, रेनू साहनी, सुदामी देवी, भोला साहनी, उर्मिला, बसंती, बिदु, माया, ऊषा, इंद्रावती, विनोद साहनी, रामसेवक आदि ग्रामीणों का कहना है कि पुल के अचानक ध्वस्त होने पर किसी की जान भी जा सकती है। छोटी सरयू पर बना पुल नीवं में लगातार पानी के कटान करने से कभी भी बैठ सकता है। पुल टूटा तो क्षेत्र के दर्जनों गांवों का आवागमन ठप हो जाएगा। वहीं, कई गांवों का कोपागंज और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि योगेश राय ने कहा कि अधिकारियों को स्थिति से कई बार अवगत कराया गया, लेकिन सतर्कता का कोई कदम नहीं उठाया गया है। बता दें कि हाईकोर्ट के निर्देश पर वर्ष 2004-5 में इस पुल का निर्माण किया गया था। ग्रामीणों की समस्या को किसान नेता देवप्रकाश राय ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया था, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने शासन को पुल निर्माण कराने का आदेश दिया था। यह पुल अभी भी सिचाई विभाग बाढ़ खंड आजमगढ़ के ही अधीन है।