शाहनवाज को मौत ही खींच ले गई रानी की सराय
कुदरत ने ¨जदगी के साथ ही मौत का दिन, समय एवं स्थान भी मुकर्रर कर दिया है। कोतवाली अंतर्गत नगर के हुसैनपुर (हुंसेपुरा) निवासी 32 वर्षीय युवक शाहनवाज की आजमगढ़ जिले के रानी की सराय में शुक्रवार की आधी रात को हुई मौत के मामले में यह बात बिल्कुल सच साबित होती है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : कुदरत ने ¨जदगी के साथ ही मौत का दिन, समय एवं स्थान भी मुकर्रर कर दिया है। कोतवाली अंतर्गत नगर के हुसैनपुर (हुंसेपुरा) निवासी 32 वर्षीय युवक शाहनवाज की आजमगढ़ जिले के रानी की सराय में शुक्रवार की आधी रात को हुई मौत के मामले में यह बात बिल्कुल सच साबित होती है।
हुंसेपुरा निवासी शाहनवाज लगभग 15 दिन पूर्व सउदी जाने हेतु दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा था। वहां पर पिता इफ्तेखार के नाम में तनिक सी गलती के चलते वह वापस आ गया। नाम शुद्धिकरण के बाद उसे अगले माह के प्रथम सप्ताह में ही सउदी जाना था। इस बीच पट्टीदार के यहां आयोजित शादी का कार्ड बांटने हेतु वह पड़ोस के ही एहसान संग मोटरसाइकिल से निकला। विभिन्न स्थानों पर कार्ड देते हुए वह रात में सरायमीर पहुंचा। वहां से रात के 11 बजे वह घर वापस आने लगा। सरायमीर के रिश्तेदारों ने ही नहीं वरन रेलवे से सेवानिवृत्त उसके पिता इफ्तेखार ने भी बारिश के चलते रात में ही उसे सरायमीर में रुक जाने को कहा। दोनों युवकों ने किसी की भी बात नहीं माना और मुबारकपुर में एहसान की ससुराल में रुकने का फैसला किया। रात में लगभग 12 बजे दोनों रानी की सराय पहुंचे ही थे कि अचानक मोटरसाइकिल स्लिप हो गई। एहसान तो सड़क के दूसरी तरफ जा गिरा पर शाहनवाज सड़क पर गिरने से घायल हो गया। दुर्भाग्य ऐसा कि पीछे से आ रहा ट्रक उसके शरीर के बीचोबीच से निकल गया। शाहनवाज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उधर घायल एहसान ने होश में आने पर पुलिस एवं परिजनों को घटना की सूचना दी। इसकी सूचना मिलते ही उसकी पत्नी सलमा अपने दो वर्षीय बेटे को लिए पागल सी हो गई। जईफ वालिदैन भी रो पड़े।