किसानों के साथ सरकार कर रही सौतेला व्यवहार
गर के जिला कांग्रेस कमेटी के अपनी दस सूत्रीय मांगो को लेकर का कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्रशन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंतेखाब आलम ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी हैअपनी दस सूत्रीय मांगो को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार का विरोध करते हुए कांग्रेसजनों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और धरना दिया। अंत में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा किए जाने की मांग की।
जागरण संवाददाता, मऊ : अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार का विरोध करते हुए कांग्रेसजनों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और धरना दिया। अंत में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा किए जाने की मांग की।
धरना प्रदर्शन के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष इंतेखाब आलम ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी है। धरना दे रहे कांग्रेसजनों ने भाजपा सरकार को किसान, दलित, बुनकर विरोधी करार देते हुए उसके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना प्रदर्शन को मुख्य रूप से पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान, पूर्व विधायक अमरेश पांडेय, सुरेश बहादुर सिंह, राष्ट्रकुंवर सिंह, घनश्याम सहाय, प्रभुनाथ सिंह, रामजपित पांडेय, धर्मेंद्र सिंह, सावंत सिंह, मन्नान खान, रमेश पांडेय, माधवेंद्र बहादुर सिंह, रमन पांडेय, संपत मौर्य, अनिल जायसवाल आदि ने संबोधित किया।
ये रहीं कांग्रेसजनों की मांगे
-गन्ना किसानों का समर्थन मूल्य 450 रुपए प्रति क्विटल दिलाए सरकार।
-गन्ना किसानों का बकाया गन्ने का भुगतान शीघ्र हो।
-धान की पराली जलाने पर किसानों के विरुद्ध दर्ज मुकदमें हों वापस।
-क्रय केंद्रों पर किसानों का धान खरीदा जाय, साधन सहकारी समितियों पर खाद बीज मुहैया हों।
-जिले के दूरसंचार विभाग की लापरवाही से बीएसएनल का ध्वस्त नेटवर्क सही कराया जाय।
-जर्जर सड़कों की हो मरम्मत और रुके बिजली की अघोषित कटौती।
-जिला संयुक्त चिकित्सालय में रेडियोलाजिस्ट एवं न्यूरो डाक्टर की नियुक्ति हो।
-सरकारी अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त हो।
-जिले का नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर कल्पनाथ राय नगर रखा जाय।
-दोहरीघाट पंप कैनाल से अन्य नहरों में तत्काल पानी छोड़ा जाय।