Move to Jagran APP

कोयले की राख बनेगी 'लाइफलाइन' की बुनियाद

जागरण संवाददाता मऊ पूर्वांचल की लाइफलाइन माने जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दीपावली तक ए

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 07:41 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 07:41 PM (IST)
कोयले की राख बनेगी 'लाइफलाइन' की बुनियाद
कोयले की राख बनेगी 'लाइफलाइन' की बुनियाद

जागरण संवाददाता, मऊ : पूर्वांचल की लाइफलाइन माने जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दीपावली तक एक तरफ से सफर साकार करने का लक्ष्य है। दीपोत्सव पर लोग प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक फर्राटा भर सकें इसके लिए एक्सप्रेस-वे पर तेजी से कार्य चल रहा है। पिछले दिनों आजमगढ़ में एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण कर खुद मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए थे। इस बीच लखनऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ सहित पांच जनपदों में मिट्टी का संकट खड़ा हो गया है। अभी तक 340 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे पर लगभग 80 फीसदी मिट्टी का कार्य हो गया है परंतु 20 फीसदी मिट्टी की अनुपलब्धता से निर्माण कार्य पर ब्रेक लगने के आसार उत्पन्न हो गए थे। अब मिट्टी की भरपाई थर्मल पावर प्लांट के कोयले की राख से पूरी की जा रही है। इसके लिए यूपीडा एनटीपीसी टांडा से कोयले की राख मंगा रही है। आए दिन दर्जनों की संख्या कोयले की राख लदे ट्रकें आ रहे हैं।

loksabha election banner

प्रदेश के पूर्वी हिस्से की प्रगति एवं विकास के लिए राज्य सरकार ने लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर, अमेठी और अयोध्या के अतिरिक्त आर्थिक रूप से कमजोर कम विकसित जनपदों आजमगढ़, मऊ व गाजीपुर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्रारंभ किया। एक्सप्रेस-वे छह लेन का बनाया जा रहा है। भविष्य में इसे आठ लेन में परिवर्तित किया जाएगा। इसके लिए जमीन भी अधिग्रहित की गई है। लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक बन रहे 340 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे को आठ पैकेजों में विभक्त किया गया है। एनएच, स्टेट हाइवे पर फ्लाइओवर, ग्रामीण सड़कों के लिए छोटी पुलिया, पीओपी अंडरपास, लाइट अंडरपास आदि का निर्माण चल रहा है। वर्तमान समय में पांच जनपदों में मिट्टी की अनुपलब्धता है जबकि सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर व बाराबंकी में लगभग मिट्टी का कार्य पूर्ण होने की ओर है। इनसेट--

मऊ, गाजीपुर में 60 लाख घन मीटर मिट्टी की आवश्यकता

लगभग 340 किलोमीटर के बने रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में मऊ, गाजीपुर के पैकेज नंबर सात-आठ के लिए दो करोड़ घन मीटर मिट्टी की जरूरत थी। इसमें 1.40 लाख घन मीटर मिट्टी पड़ गई है। अब कोविड-19 व भारी बारिश के चलते मिट्टी की कमी आड़े आ गई है। ऐसे में लगभग सात किलोमीटर के लिए मिट्टी नहीं मिल पा रही थी। इससे यूपीडा की चिता बढ़ गई थी। अब जब टांडा से धड़ाधड़ कोयले की राख आनी शुरू हो गई है तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बुनियाद को मजबूत किया जा रहा है। इनसेट--

टांडा से आ चुकी है 75 हजार घन मीटर राख

प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गाजीपुर तक बन रही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में थर्मल पावर प्लांटों के लिए मुसीबत का सबब बनी राखों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जमीन से लगभग 08 से 10 फीट की ऊंचाई पर बन रहे एक्सप्रेस-वे में बड़े पैमाने पर मिट्टी पाटी जा रही है। अब इसी मिट्टी की जगह पर थर्मल पावर प्लांट के कोयले की राख का इस्तेमाल किया जा रहा है। अभी तक लगभग 50 हजार घन मीटर तक इन राखों का इस्तेमाल किया गया है। इन राखों के इस्तेमाल से जहां थर्मल पावर प्लाटों के लिए मुसीबत बने कोयले की राखों का ढेर जो आमजन के लिए प्रदूषण का कारक बना था, अब वहां के लोगों को जहरीली गैसों से मुक्ति मिलेगी, तो निर्माण में लग रही मिट्टी का क्षरण भी रुकेगा। प्वाइंटर--

- लगभग 10 करोड़ घन मीटर मिट्टी की आवश्यकता

- लगभग 80 फीसदी मिट्टी कार्य पूर्ण

- लखनऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ में मिट्टी संकट इनसेट--

पैकेजवार निर्माण कार्य की स्थिति (55.58 फीसदी) --

पैकेज संख्या - लंबाई (किलोमीटर में)- निर्माण स्थिति (फीसदी में)

पैकेज एक - 40.47 - 47.81

पैकेज दो - 39.70 - 52.87

पैकेज तीन - 41.70 - 72.54

पैकेज चार - 42.70 - 57.94

पैकेज पांच - 54 - 54.71

पैकेज छह - 28.20 - 52.43

पैकेज सात - 46.08 - 52.42

पैकेज आठ - 47.97 - 53.66 वर्जन--

मऊ, गाजीपुर में मिट्टी नहीं मिल पा रही है। कोविड-19 के चलते काम पर ब्रेक लग गया था। अब काम तेजी से चल रहा हे परंतु बारिश में मिट्टी की कमी थी। जिसे कोयले की राख से पूरा किया जा रहा है।

-एमके अनिल, अधिशासी अभियंता, यूपीडा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.