दुर्घटना का सबब बन रहे सड़क के बीचोबीच खड़े मवेशी
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) समूचे जिले में में शायद ही कोई प्रमुख मार्ग हो जिसके मध्य में ब
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : समूचे जिले में में शायद ही कोई प्रमुख मार्ग हो जिसके मध्य में बेसहारा मवेशी न विश्रासम कर रहे हों। ऐसे पशु रात में अक्सर दपुहिया वाहन चालकों के लिए खतरा साबित होते हैं।
प्रदेश में भाजपा सरकार ने सत्ता संभालते ही गोवध पर रोक लगाया। उधर पशु पालक मादा जानवरों के दूध देना बंद करने के बाद उनके नर बच्चों को छुट्टा छोड़ देते हैं। इन छुट्टा एवं बेसहारा जानवरों को शरण एवं भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए सरकार ने तमाम गौशालाएं स्थापित किया। गौशाला के निर्माण के दौरान खेल प्रारंभ हुआ तो चारा एवं दवाई तक में इसकी तपिश दिख रही है। परिणाम यह कि कागजों में गौशाला में पशुओं की संख्या जो हो पर बेसहारा जानवरों को शरण प्रदान करने के दावों की पोल हर सड़क पर जुगाली करते जानवरों की संख्या खोलती है। एनएच हो या अन्य सड़क हर दो-चार किमी पर इनका समूह देखा जा सकता है। अब तो बीच बाजार भी इन जानवरों ने सड़क पर आशियाना बना लिया है। दिन में तो वाहन चालक किसी तरह इनसे बचकर निकल जाते हैं पर रात में दुपहिया वाहन चालक अक्सर अचानक इनके सामने आने से वाहन पर नियंत्रण खो देते हैं। जिले में अनेक लोगों की तो इनसे टक्कर होने के बाद असमय ही मौत भी हो चुकी है।