अधिकारियों की उदासीनता से बीएसएनएल नेटवर्क ध्वस्त
भारतीय दूरसंचार अधिकारियों की उदासीनता के कारण बीएसएनएल अनवरत ध्वस्त रह रहा है। जब तक बिजली, तब तक नेटवर्क। बिजली गुल तो नेटवर्क गुल। स्थानीय बाजार सहित अमिला कस्बा व क्षेत्र के दर्जनों गांवों के उपभोक्ताओं में बीएसएनएल के नेटवर्क की समस्या के कारण भारी आक्रोश है। वहीं अधिकारी पूरी तरह उदासीन बने हैं।
जागरण संवाददाता, बोझी (मऊ) : भारतीय दूरसंचार अधिकारियों की उदासीनता के कारण बीएसएनएल नेटवर्क अनवरत ध्वस्त रह रहा है। जब तक बिजली, तब तक नेटवर्क। बिजली गुल तो नेटवर्क गुल। स्थानीय बाजार सहित अमिला कस्बा व क्षेत्र के दर्जनों गांवों के उपभोक्ताओं में इसे लेकर आक्रोश है।
अशोक व संतोष, प्रेमचंद ने बताया कि उपकेंद्रों पर जेनरेटर चलाने के लिए आने वाला डीजल कालाबाजारी की भेंट चढ़ जा रहा है, इसलिए समस्या उत्पन्न हो रही है। जब उपभोक्ताओं ने विभागीय एसडीओ व टीडीएम से बात किया तो उनके द्वारा बताया गया कि समस्या पूरे जनपद की है। लगातार फोरलेन का कार्य चल रहा है, इससे आए दिन कहीं न कहीं सड़क खोदाई के दौरान केबिल ब्रेक हो जा रही है। जल्द ही दुरुस्त करा लिया जाएगा। अब सवाल यह है कि जब केबिल ब्रेक होने से नेटवर्क गायब हो रहा है तो बिजली के आने पर कैसे आ जाता है, और बिजली कटने पर गायब हो जाता है। मुन्ना ¨सह, दुर्गेश ¨सह का कहना है कि उपभोक्ता बीएसएनएल का सिम व ब्राड-बैंड छोड़कर प्राइवेट कंपनियों के वाई-फाई इस्तेमाल करने लगे हैं। अजय कुमार गुप्त, नागेंद्र गुप्ता, सूरज गुप्ता, सीताराम कुशवाहा, योगेंद्र राय, नंदकिशोर, मुरली गुप्ता, पवन मद्धेशिया, राकेश राजभर, गणेश यादव, गणेश मौर्य आदि ने तत्काल नेटवर्क की समस्या के समाधान की मांग की है।