केंद्र पर डटे एसडीएम, मंशा पर फिरा पानी
नकलविहीन परीक्षा कराए जाने हेतु शासन एवं प्रशासन की हर कवायद को चंद परीक्षा केंद्रों पर धता देने की तैयारी है। उधर प्रशासन भी इस बार हर संभव प्रयास कर नकल माफियाओं के तिलिस्म को तोड़ने पर आमादा है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : नकलविहीन परीक्षा कराए जाने के लिए शासन एवं प्रशासन की हर कवायद को चंद परीक्षा केंद्रों पर धता देने की तैयारी है। उधर प्रशासन भी इस बार हर संभव प्रयास कर नकल माफियाओं के तिलिस्म को तोड़ने पर आमादा है। कोतवाली अंतर्गत नदवासराय क्षेत्र के परीक्षा केंद्र पर कापी ही बदले जाने की भनक लगते ही उपजिलाधिकारी डा. छोटेलाल सोनकर आ धमके और समस्त उत्तर पुस्तिकाएं सील होने के बाद ही हटे।
दरअसल इन दिनों हरेक परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे के साथ ही वायस रिकार्डर की भी व्यवस्था है। उधर नकल कराने का ठेका ले चुके चंद केंद्र परीक्षक इसकी तोड़ निकाल लिए हैं। जानकार बताते हैं कि बोर्ड द्वारा प्रदत्त उत्तर पुस्तिका का प्रथम पृष्ठ जस का तस छोड़ अन्य पृष्ठ निकाल लिए जाते हैं। परीक्षार्थी को इन निकाले गए पन्नों के स्थान पर हूबहू दिखने वाले अन्य पन्ने दिए जाते हैं। परीक्षार्थी इन पर परीक्षा कक्ष में लिखता है। उधर प्रश्न पत्र को मोबाइल के जरिए बाहर भेज दिया जाता है। मूल उत्तर पुस्तिका से निकाले गए पन्नों पर बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर लिखा जाता है। परीक्षा समाप्त होते ही बाहर लिखे गए पन्नों को दोबारा बोर्ड द्वारा निर्गत उत्तर पुस्तिका के प्रथम पेज संग संलग्न कर परीक्षार्थी द्वारा लिखे गए पन्नों को नष्ट कर दिया जाता है। उधर उपजिलाधिकारी डा. सोनकर के केंद्र पर पहुंचने और अंतिम घड़ी तक जमे रहने के चलते नकल की व्यवस्था में लगे छात्र-छात्राओं की मंशा पर पानी फिर गया। एसडीएम डा. सोनकर ने नकल विहीन परीक्षा कराए जाने हेतु हर संभव उपाय अपनाए जाने का आश्वासन दिया है।