भृगुनाथ के परिवार फिर टूटा दुखों का पहाड़
हादसे में भृगुनाथ कनौजिया की पत्नी एवं बेटा की हुई मौत के बाद मां भी बुधवार को साथ छोड़ दिया। हादसे के बाद से उसे तो मानो काठ मार गया है।
जासं, वलीदपुर (मऊ) : हादसे में भृगुनाथ कनौजिया की पत्नी एवं बेटा की हुई मौत के बाद मां भी बुधवार को साथ छोड़ दिया। हादसे के बाद से उसे तो मानो काठ मार गया है। कुदरत की मार उसके चेहरे पर साफ झलक रही है। चेहरा निस्तेज और भावशून्य हो चला है। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि भगवान ने आखिर किस गलती का बदला उससे लिया है। किसी अपने निकट रिश्तेदार को पाकर उसके मन में उमड़ रहा सवाल बुदबुदाहट के रूप में फूट पड़ता है कि, आवाज बस इतनी आ रही है कि हमने तो किसी का कुछ बिगाड़ा भी नहीं था आखिर इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई। अब इसे मैं आजीवन नहीं भूल पाऊंगा। इस घटना ने इनके परिवार को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार की सुबह मृत सावित्री देवी भृगुनाथ की सौतेली मां थीं। पहली मां से भृगुनाथ समेत दो बेटे वह दो बेटियां हैं। सबका विवाह हो चुका है। दूसरी मां सावित्री से तीन बेटी व एक बेटा हैं। इनमें से सिर्फ एक ही बेटी की ही शादी हो पाई थी। दो बेटियों व एक बेटा की शादी होनी बाकी है। परिवार की पूरी जिम्मेदारी भृगुनाथ के कंधों पर ही है।