अखिलेश को रोके जाने से बिफरे सपाई, उतरे सड़क पर
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से सरकार ने लखपऊ अमौसी हवाई अड्डे पर रोक दिया। यह खबर मिलते ही जिले के सपा कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। वे जगह-जगह सड़कों पर उतर पड़े और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
जागरण संवाददाता, मऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से सरकार ने लखनऊ अमौसी हवाई अड्डे पर रोक दिया। यह खबर मिलते ही जिले के सपा कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। वे जगह-जगह सड़कों पर उतर पड़े और विरोध प्रदर्शन करने लगे। केंद्र और राज्य सरकारों के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कई स्थानों पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। इस दौरान सपाजनों ने चेतावनी दी कि अगर उनके नेता को सरकार ने हाथ भी लगाने की कोशिश की तो वे मुख्यमंत्री को सरकार चलाना मुश्किल कर देंगे। उधर रतनपुरा बाजार में भी कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका।
जिला मुख्यालय पर पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से जुलूस निकाला और बाल निकेतन चौराहे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बालनिकेतन चौराहे पर पुतला फूंका। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार को तानाशाह बताते हुए उसके विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश और केंद्र की सरकार में लोकतंत्र की हत्या पर उतारू हैं। संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं। आज संविधान खतरे में पड़ गया है। लोगों की आजादी से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। छात्रसंघ की आवाज दबाई जा रही है। पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति बन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री को छात्रसंघ के उद्घाटन में जाने से रोका जाना लोकतंत्र की हत्या है। कहा कि सपा-बसपा के गठबंधन से डरी यह सरकार छात्र नौजवानों के भय से कांप रही है। इस मौके पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव रामहरि चौहान, पूर्व विधायक बैजनाथ पासवान, अल्ताफ अंसारी, शैलेन्द्र यादव साधु, अरशद जमाल, डा. ओमप्रकाश यादव, दिलीप पांडे, आमान अहमद, सुबास चौहान, रामनरेश बिहारी, दूधनाथ यादव आदि थे।
मधुबन प्रतिनिधि के अनुसार नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय बाजार स्थित शहीद स्मारक के पास सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। रमायन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ब्रिटिश हुकूमत को भी मात दे दी है। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि चंद्रमणी यादव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री तुगलक के कानून को भी मात दे दिए हैं। सुभाष यदुवंशी ने कहा कि आम आदमी की आवाज को दबाना सरकार के लिए महंगा साबित होगा। अशोक यादव, नीरज यादव, सपन कन्नौजिया, विनोद साहनी, प्रमोद पांडेय आदि थे।
दोहरीघाट प्रतिनिधि के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ अमौसी हवाई अड्डे पर रोके जाने से नाराज सपा कार्यकर्ता में काफी आक्रोश था। सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। जब तक पुलिस आती तब तक कार्यकर्ता तितर-बितर हो गए। राम¨सह यादव, सुजीत विश्वकर्मा, सतीश यादव, अजय यादव, विशाल यादव, शैलेश यादव, रामनिवास यादव आदि थे।
मुहम्मदाबाद गोहना प्रतिनिधि के अनुसार सपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार को तानाशाह बताते हुए जमकर नारेबाजी की। वरिष्ठ सपा कार्यकर्ता प्रेमचंद यादव ने कहा कि देश और प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। संविधान खतरे में पड़ गया है। उन्होंने राज्यपाल से सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। रामप्रकाश यादव, अमान अहमद, रामशब्द यादव, मुमताज अहमद आदि थे।