एसडीएम न्यायालय में अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन
तहसील मुख्यालय पर रजिस्ट्री दफ्तर के भवन निर्माण को लेकर आंदोलित अधिवक्ताओं ने गुरुवार को धरना दिया। उपजिलाधिकारी द्वारा मुकदमो की सुनवाई की जानकारी होने पर न्यायालय में पहुंचकर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील मुख्यालय पर रजिस्ट्री दफ्तर के भवन निर्माण को लेकर आंदोलित अधिवक्ताओं ने गुरुवार को धरना दिया। उपजिलाधिकारी द्वारा मुकदमों की सुनवाई की जानकारी होने पर न्यायालय में पहुंचकर प्रदर्शन किया।
स्थानीय तहसील मुख्यालय पर जर्जर भवन में चल रहे रजिस्ट्री दफ्तर के स्थाई भवन निर्माण हेतु जिलाधिकारी द्वारा भूमि तलाश करने के लिए तहसील प्रशासन को निर्देशित किया गया था। इस पर तहसील प्रशासन ने नगर पंचायत क्षेत्र के खीरीकोठा में भूमि की तलाश कर रजिस्ट्री दफ्तर के भवन निर्माण हेतु जिलाधिकारी को प्रस्ताव प्रेषित किया है। यह जानकारी होने पर तहसील बार एसोसिएशन के नेतृत्व में अधिवक्ता आंदोलित हो उठे। न्यायालय के बहिष्कार के साथ ही कई दिनों से तहसील मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को भी अधिवक्ता एसडीएम कोर्ट के बाहर धरना पर बैठे थे। इसी बीच एसडीएम निरंकार ¨सह द्वारा लंबित मुकदमों की सुनवाई प्रारंभ कर दी गई। इससे अधिवक्ता आक्रोशित होकर एसडीएम कोर्ट में ही नारेबाजी करने लगे। इस पर एसडीएम ने अधिवक्ताओं के मांगपत्र को जिलाधिकारी को प्रेषित करने का आश्वासन देकर माहौल शांत कराया। धरने को संबोधित करते हुए बार एशोसिएशन के मंत्री तारिक जमील ने कहा कि सत्ता के इशारे पर तहसील प्रशासन द्वारा मनमाना कार्रवाई की जा रही है। जब तक रजिस्ट्री दफ्तर के भवन का निर्माण तहसील परिसर में ही सुनिश्चित नहीं किया जाता है, अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर अरुण त्रिपाठी, पारस यादव, सत्यराम यादव, संजय यादव, सुरेश कुमार, अविनाश मल्ल, धनंजय पांडेय, सुरेंद्र यादव सहित काफी संख्या मे अधिवक्ता उपस्थित थे।