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आनलाइन आवेदन के बाद डीसीएसके में मिलेगा प्रवेश

शहर के डीसीएसके पीजी कालेज में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। छात्रों को प्रवेश आनलाइन आवेदन के बाद प्रवेश परीक्षा देनी होगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 05:54 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2019 10:57 PM (IST)
आनलाइन आवेदन के बाद डीसीएसके में मिलेगा प्रवेश
आनलाइन आवेदन के बाद डीसीएसके में मिलेगा प्रवेश

जागरण संवाददाता, मऊ : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध शहर के सबसे अधिक छात्र संख्या वाले डीसीएसके पीजी कालेज में नए शिक्षा सत्र में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंगलवार को गतिमान शिक्षा सत्र के समापन अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में प्राचार्य डा.एके मिश्र ने कहा कि एमए इतिहास को छोड़कर अन्य सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को ही प्रवेश दिया जाएगा। बीए, बीएएससी व एमए के लिए छह मई से आनलाइन आवेदन कालेज की वेबसाइट पर जाकर किया जा सकता है। आनलाइन आवेदन के बाद उसकी हार्ड कापी चार जुलाई तक कालेज के काउंटर पर जमा की जा सकती है।

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प्राचार्य डा.एके मिश्र ने बताया कि 30 अप्रैल शिक्षा सत्र 2018-19 का आखिरी दिन है। इसके बाद कालेज के सभी एसोसिएट प्रोफेसर 60 दिन के शैक्षणिक अवकाश पर रहेंगे, कितु महाविद्यालय का कार्यालय एक मई से प्रात: 7:00 बजे से अपरान्ह एक बजे तक प्रत्येक कार्यदिवस में चलेगा। सत्र 2019-20 के विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन 6 मई से प्रारंभ हो जाएगा। कालेज में बीए, एमए हिदी, अंग्रेजी, उर्दू, भूगोल एवं इतिहास के साथ ही बीएससी में प्रवेश लिया जा सकता है। केवल एमए इतिहास में सीधे प्रवेश दिया जाएगा, जबकि अन्य पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी। प्रवेश परीक्षा 08 जुलाई को आयोजित होगी। विश्वविद्यालय की परीक्षा का मूल्यांकन का कार्य तेजी से चल रहा है। जल्द ही विश्वविद्यालय बीए, बीएससी एवं एमए की परीक्षाओं का परिणाम घोषित करने की तैयारी में है। परीक्षा परिणाम आते ही अगली कक्षा में प्रवेश प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्राचार्य ने कहा कि बीए गृह विज्ञान तथा शारीरिक शिक्षा, एमए मनोविज्ञान, शिक्षाशास्त्र एवं समाजशास्त्र तथा एमएससी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जंतु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान के लिए आवश्यक पत्रावली विश्वविद्यालय में जमा कर दी गई है, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय से एनओसी प्राप्त नहीं हुई है। एनओसी प्राप्त होने के बाद इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा।


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