जनपद में 52 ई-पाश मशीनें खराब, फजीहत में कोटेदार
जागरण संवाददाता मऊ जनपद में 52 ई-पाश मशीनें खराब हो गई हैं। इसकी वजह से कोटेदार फ
जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद में 52 ई-पाश मशीनें खराब हो गई हैं। इसकी वजह से कोटेदार फजीहत में पड़ गए हैं। किसी तरह अगल-बगल के कोटेदारों से जहां काम चला रहे हैं वहीं खाद्यान्न वितरण में परेशानी भी उठानी पड़ रही है। यही नहीं कहीं-कहीं मैनुअल वितरण भी कोटेदारों को करना पड़ रहा है। इसे लेकर उपभोक्ता व कोटेदारों में झिकझिक भी हो रही है। कोई भी कोटेदार अब नई व्यवस्था के तहत ही वितरण करना चाहता है। मैनुअल वितरण में अब तमाम झंझावतों का सामना करना पड़ रहा है। कोटेदारों की समस्याओं को देखते हुए विभाग ने शासन को कई बार लिखकर अवगत कराया, लेकिन संज्ञान नहीं लिया गया। इससे कोटेदारों की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। काफी दबाव के बाद शासन की तरफ से मात्र 30 मशीनें भेजी गई हैं। जहां-जहां मशीने खराब हैं, उसमें शहर में 19, मुहम्मदाबाद गोहना में 03, बड़राव में 04, नगर पंचायत घोसी में 04, परदहां में 02, कोपागंज में 05, मंडाव में 03, दोहरीघाट कस्बा में 04, ग्रामीण में 02, रानीपुर में 02, रतनपुरा में दो व रतनपुरा ग्रामीण में दो शामिल हैं। जनपद में कुल 1038 कोटेदार हैं। जनपद में कुल तीन लाख 80 हजार 450 कार्डधारक हैं। इसमें अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या 56 हजार 594 तथा पात्र गृहस्थी के कार्डधारकों की संख्या 03 लाख 23 हजार 856 हैं। अन्त्योदय कार्डधारकों को 85 रुपये में 53 किग्रा खाद्यान्न प्रदान किया जाता है जबकि पात्र गृहस्थी को यूनिट के आधार पर खाद्यान्न दिया जाता है। इसके लिए ई-पाश मशीन में परिवार के मुखिया का अंगूठा लगाना जरूरी है। इसके बाद ही खाद्यान्न उपभोक्ता को मिलता है। अब 52 ई-पाश मशीन पूरी तरह खराब हो गई हैं। इसके पार्ट चीन से आते हैं। ऐसे में चीन की चीजें प्रतिबंधित कर दी गई हैं। इससे यह दुरुस्त नहीं हो पा रही हैं। इसकी वजह से खराब मशीनों को लेकर संकट बढ़ता जा रहा है। विभाग के पास भी मशीन कोटेदारों के हिसाब से आई थी। ऐसे में ई-पाश मशीन न होने से कई कोटेदार समय से खाद्यान्न भी नहीं वितरित कर पा रहे हैं। जिनके पास ई-पाश मशीन नहीं है, उनसे विभाग मैनुअल वितरण के लिए कह रहा है। मैनुअल वितरण को लेकर अब तमाम प्रकार की लिखा-पढ़ी करनी पड़ रही है। ----------------- ई-पाश मशीन खराब होने से समस्या आ रही है। पिछले 9 अक्टूबर को शासन में लिखित शिकायत की गई थी। इसके पूर्व भी लिखा गया था। इसके बाद शासन ने संज्ञान लेते हुए 30 नई मशीनें भेजवाई हैं। जल्द ही इसे कोटेदारों में वितरित कर दी जाएंगी। अभी 22 और मशीनों की दरकार है। -हिमांशु कुमार द्विवेदी, जिला पूर्ति अधिकारी।