Move to Jagran APP

बिदटोलिया के 17 कटान पीड़ित परिवारों को मिला आवासीय पट्टा

जागरण संवाददाता मधुबन (मऊ) सरयू नदी की कटान से बेघर हुए परिवारों के बीच मंगलवार क

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 08:04 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 08:04 PM (IST)
बिदटोलिया के 17 कटान पीड़ित परिवारों को मिला आवासीय पट्टा
बिदटोलिया के 17 कटान पीड़ित परिवारों को मिला आवासीय पट्टा

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : सरयू नदी की कटान से बेघर हुए परिवारों के बीच मंगलवार को तहसील प्रशासन ने आवासीय पट्टा का वितरण किया। इस दौरान बिदटोलिया गांव के रामजीत, सरोज, भूपेंद्र, लालजी, रविद्र, बेचन, पलटन, राजेश, कल्लन, लालू, शिवकुमार सहित कुल 17 परिवारों के बीच तहसील क्षेत्र के लक्ष्मीपुर दुबारी गांव में आवासीय भूमि उपलब्ध कराई गई। अब तक इस साल की कटान में अपना आशियाना गवां चुके कुल 41 परिवारों को तहसील प्रशासन ने भूमि उपलब्ध कराया है।

loksabha election banner

बीते रविवार को भी तहसील प्रशासन ने इस गांव के 24 पीड़ित परिवारों को तहसील क्षेत्र के भैरोपुर बलुआ गांव में प्रत्येक परिवार को एक एकड़ भूमि आवंटित की गई थी। सरयू नदी की कटान से इस साल ही बिदटोलिया गांव के 50 से अधिक परिवारों के रिहायशी मकान नदी में समा गए थे। वर्तमान में ये सभी पीड़ित परिवार विभिन्न विद्यालयों में शरण लिए हुए हैं। हालांकि वर्तमान में इन पीड़ित परिवारों में से केवल 41 को ही आवासीय पट्टा दिया गया है। तहसील प्रशासन के अनुसार शेष पीड़ित परिवारों को भी जल्द ही भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। वैसे जिन परिवारों को आवासीय पट्टा मिल चुका है उनके लिए कटान का दर्द कुछ कम जरूर हुआ है। यही वजह है कि आवासीय पट्टा मिलने के बाद इन परिवारों के चेहरे खुशी से खिल उठे। पिछले साल की कटान में बेघर हुए कुल 30 परिवारों के बीच तहसील प्रशासन द्वारा मझौवा गांव में आवासीय पट्टा दिया जा चुका है और इन्हें पिछले एक साल से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनने का इंतजार है। अब जबकि इस साल नए कटान पीड़ितों के बीच आवासीय पट्टा का वितरण हो चुका है तो देखने वाली बात यह होगी कि इन परिवारों को आवास कब मिलता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.