दिल्ली में साफ होगी यमुना, नहीं गिरेंगे नाले
ब्रज में स्वच्छता और गोरक्षा पर दिया जोर
जागरण संवाददाता, मथुरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रज के विकास के लिए पैसे की कमी न आने देने का आश्वासन देते हुए यहां की विशिष्ट पहचान बनाए रखने की सामूहिक जिम्मेदारी स्थानीय ब्रजवासियों को दी है। उन्होंने कहा कि अपनी सरकार आते ही हमने जो रोड मैप तैयार किया, अब उसे चरणबद्ध तरीके से लागू कर रहे हैं। इसके लिए सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को वृंदावन के अक्षय पात्र फाउंडेशन में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने होली पर सुगंधित गुलाल देश-विदेश में भेजा, अब वृंदावन की विधवा माताओं की बनाई अगरबत्ती को आगे बढ़ाएंगे। सरकार ब्रज के विकास के लिए खूब पैसा देगी, लेकिन यहां की पहचान यहीं के लोगों को बनाए रखनी है।
उन्होंने कहा कि दुनिया का इतिहास दो हजार साल पुराना है, लेकिन ब्रजवासी इस बात को दावे के साथ कह सकते हैं कि हमारा इतिहास पांच हजार साल पुराना है। भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े लीला स्थल आज भी ब्रज में मौजूद हैं। बरसाना की होली इतनी निराली है कि वहां कोई व्यवस्था करने की जरूरत नहीं पड़ती। दुनिया के दूसरे देशों के नागरिक ऐसे पर्व और मेलों के लिए तरसते हैं। ब्रज में रहने के अदभुत अवसर हैं।
योगी ने प्लास्टिक और थर्माकोल को प्रतिबंधित करने के अपने निर्णय को तीर्थ स्थलों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि लोग जागरूक हो जाएं तो हमारे तीर्थ स्थल स्वच्छ रहेंगे। हम मथुरा में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट शुरू करने जा रहे हैं। आगे से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग पात्रों में डालना होगा। ब्रज स्वच्छ रहा तो पूरे विश्व का पर्यटक मथुरा आएगा।
उन्होंने संत रमेश बाबा की गोशाला में पचास हजार गायों के संरक्षण का हवाला देते हुए ब्रज में स्वच्छता और गोरक्षा का काम होने पर जोर दिया। बताया कि हर तीर्थ स्थल की गोशालाओं को सरकार धन दे रही है और नगर निगमों को भी कहा गया है कि वह आवारा पशुओं के लिए शेल्टर होम बनाए। गोरक्षा के लिए हर जिले को एक करोड़ बीस लाख की धनराशि दी गई है।
योगी ने बताया कि केंद्र सरकार से कहा है कि दिल्ली की यमुना दिल्ली में ही शुद्ध की जाए। मथुरा में नालों का पानी न गिरने देने के लिए योजना बनाई गई है। केंद्र की प्रसाद योजना में गोवर्धन के लिए पचास करोड़ के प्रस्तावों को सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। इसी के साथ यमुना के बीच सौभरि वन, बरसाना में रोपवे और चार सौ एकड़ का पार्क आने वाले समय में विकसित किया जाएगा।
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इनसेट
चार दिन जगमगाएंगे तिराहे-चौराहे
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार पूरे ब्रज के तीर्थस्थल चार सितंबर तक रात में जगमगाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि दीपावली पर अयोध्या में प्रकाशोत्सव मनाया गया था। कुंभ पर प्रयागराज और प्रवासी भारतीय दिवस पर काशी में प्रकाशोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने आदेश दिया है कि मथुरा में हर तिराहे-चौराहे के अलावा विद्युत खंभों पर रंग-बिरंगी रोशनी की जाए। प्रयास है कि भविष्य में इसे स्थाई किया जाए। तीर्थ स्थल से बचेगी संस्कृति
वृंदावन: उन्होंने मथुरा के सात धार्मिक स्थलों को तीर्थस्थल घोषित करने के मामले में बताया कि जब उन्होंने ऐसा किया तो कई लोग अदालत चले गए। अदालत ने भी कहा कि इसमें गलत क्या है। अब तीर्थ स्थल बनने से वहां अंडा, मांस और शराब की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। इससे संस्कृति अक्षुण्य रहेगी। अव्यवस्थाओं का रहा आलम
मथुरा: अक्षय पात्र परिसर में बने पंडाल में अव्यवस्थाएं हावी रहीं। पंडाल पूरी तरह एयरकंडीशंड था। लाइ¨टग थी, लेकिन सी¨टग प्लान अव्यवस्थित था। संघ से जुड़े कार्यकर्ता केवल संतों को ही पेयजल सेवा दे रहे थे। कई जिलों के आए अधिकारियों ने बताया कि वह सुबह से पंडाल के अंदर हैं, लेकिन पानी के लिए तरस गए हैं। इसी तरह तब शैलजाकांत परिषद की योजनाओं को बताने के लिए खड़े हुए तो एलईडी स्क्रीन खराब हो गई। बाद में स्क्रीन ऑन-ऑफ होती रही।