यमुना किनारे मोरारी बापू की रामकथा कल से, आएंगे करीब दस हजार लोग
दिल्ली में श्रीश्री रविशंकर और मथुरा में सांसद हेमामालिनी के ब्रजोत्सव के यमुना किनारे होने के कार्यक्रम को लेकर यमुना भक्तों ने बवाल खड़ा कर दिया था। प्रशासन से लेकर एनजीटी तक की शरण में पहुंच गए थे। अंति में दोनों हस्तियों को अपना कार्यक्रम रद करना पड़ गया था। अब गुजरात का एक कनकिया परिवार यमुना की जलधार से करीब बीस-पच्चीस मीटर दूर निजी भूमि पर मोरारी बापु की रामकथा कर रहा है। आयोजन के लिए विशाल पंडाल बनाया गया है।
मथुरा: युमना पार इलाके में नदी किनारे मोरारी बापू रामकथा सुनाएंगे। इसके लिए नदी के पास निजी भूमि पर बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। वहीं पूर्व में हुए आयोजनों को लेकर हंगामा करने वाले लोग इस बार चुप्पी साधे हुए हैं।
अब गुजरात का एक कनकिया परिवार यमुना की जलधार के करीब निजी भूमि पर रामकथा करा रहा है। इसमें हजारों लोगों के आने का अनुमान है। एक सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम में कथा श्रवण को आने वाले लोगों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि सांसद हेमामालिनी के कार्यक्रम का विरोध में खड़े हुए लोग इस कार्यक्रम को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। एक सैकड़ा से अधिक लोग पंडाल बनाने से लेकर यहां आने वाले श्रद्धालुओं तक के ठहरने की व्यवस्था कर रहे हैं।
गुरुवार की दोपहर तक पक्का चबूतरा बनाकर तीन दर्जन से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। इनके पाइप को बगीचा की भूमि पर ही बनाए भूमिगत टैंक में डाला गया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान होने वाले कूड़े को ट्रैक्टर-ट्राली से भरकर यमुनापार डलाबघर तक पहुंचने की व्यवस्था की जा रही है। -'' गौर गिरधर मोरारी उद्यान में रामकथा की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इसमें प्रदूषण न फैलाने की शर्त प्रमुख है।''
- मनोज कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट - ''यमुना किनारे आरती, स्नान और धार्मिक कार्यक्रम आयोजन होता रहता है। रामकथा में आने वाले श्रद्धालु यमुना को प्रदूषित न कर पाएं। इसकी निगरानी रखी जाएगी।''
सर्वज्ञराम मिश्रा, जिलाधिकारी मथुरा