Mathura News: मौत को मात, मुंह से सांस देकर बचाया सुहाग, आरपीएफ जवानों की सतर्कता भी आई काम
Mathura News हजरत निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम सेंट्रल एक्सप्रेस शुक्रवार रात 12.05 बजे जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची थी। बी-4 कोच के बाहर भीड़ लगी थी। एक यात्री अचेत अवस्था में पड़े थे। प्रथम दृष्टया लगा कि यात्री को हार्ट अटैक आया है।
मथुरा, जागरण टीम। ये जवानों की सजगता, सहृदयता और ड्यूटी के प्रति समर्पण का परिणाम है। ट्रेन से दिल्ली से केरल जा रहे एक 67 वर्षीय यात्री को दिल का दौरा पड़ गया। मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर उतारा गया।
हार्टअटैक की सूचना पर आरपीएफ जवान पहुंचे। पत्नी ने उन्हें मुंह से सांस दी, तो जवानों ने हाथ और पैरों को तेजी से सहलाने शुरू कर दी। करीब 15 मिनट की मेहनत से यात्री स्वस्थ हो गए। उन्हें बाद में एंबुलेंस से जिला अस्पताल और फिर निजी अस्पताल भेजा गया। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।
दिल्ली से केरल जा रहे थे केशवन
हजरत निजामुद्दीन-त्रिवेंद्रम सेंट्रल एक्सप्रेस शुक्रवार रात 12.05 बजे जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची थी। सफर के दौरान केरल के कसरागोड जिले के अट्टूपुरम मिथाले इलम में रहने वाले केशवन पत्नी दया के साथ दिल्ली से केरल जा रहे थे। रास्ते में उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया। पत्नी दया परेशान हो गईं। अन्य यात्रियों की मदद से उन्हें प्लेटफार्म पर उतारा गया। सूचना पर आरपीएफ कांस्टेबल अशोक कुमार, कांस्टेबल निरंजन सिंह मौके पर पहुंच गए।
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पत्नी ने मुंह से सांस देना किया शुरू
पूरी तरह अचेत केशवन को होश में लाने के लिए दया ने मुंह से उन्हें सांस देना शुरू किया। लगातार उन्हें मुंह से सांस दी। इस बीच दोनों कांस्टेबल उनके पैर और हाथों को तेजी से सहलाने लगे। करीब 15 मिनट की मेहनत के बाद केशवन को होश आया।
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एंबुलेंस से पहले उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया, इसके बाद हाईवे स्थित सिटी हास्पिटल में भर्ती कराया गया। आरपीएफ एसआइ लोकेंद्र ने बताया कि आरपीएफ जवानों को जीवन रक्षा आपरेशन के तहत आपातस्थिति में इस तरह की परेशानियों से निपटने को ट्रेनिंग दी जाती है। उसी का नतीजा था कि यात्री की जान बच गई।