दस वर्ष से कासगंज के लिए दोपहर में ट्रेन का इंतजार
मथुरा-कागसंज मार्ग पर दोपहर में ट्रेन का इंतजार अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। दोपहर में यात्री करीब दस वर्ष से ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। कासगंज के लिए दोपहर 12 बजे के बाद शाम 5.40 बजे ट्रेन मिलती है। ट्रेन से यात्रा करने में समय और किराए दोनों की बचत यात्रियों को होती है। इस मार्ग पर सामान्य श्रेणी के यात्री ही ज्यादा सफर करते हैं।
मथुरा : मथुरा-कागसंज मार्ग पर दोपहर में ट्रेन का इंतजार अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। दोपहर में यात्री करीब दस वर्ष से ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। कासगंज के लिए दोपहर 12 बजे के बाद शाम 5.40 बजे ट्रेन मिलती है। ट्रेन से यात्रा करने में समय और किराए दोनों की बचत होती है। इस मार्ग पर सामान्य श्रेणी के यात्री ही ज्यादा सफर करते हैं।
मथुरा-कासगंज रेल मार्ग पर ब्रॉडगेज होने के बाद वर्ष 2009 में ट्रेन संचालन आरंभ किया गया था। तभी से दोपहर में ट्रेन संचालन का इंतजार यात्रियों को है। इस ट्रैक पर रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं। मथुरा-कासगंज मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को पैर रखने तक का स्थान नहीं मिलता है। कई बार डीआरएम और जीएम स्तर के अधिकारी निरीक्षण के दौरान दोपहर में ट्रेन संचालन का आश्वासन देते रहे हैं, लेकिन यह आश्वासन ठंडे बस्ते में ही रहे हैं। अभी इस मार्ग पर दोपहर में ट्रेन संचालन का कोई प्रस्ताव नहीं हैं।
हजारों यात्री करते हैं सफर
मथुरा: छावनी रेलवे स्टेशन से इस मार्ग पर करीब 2400 यात्री सफर करते हैं और जंक्शन रेलवे स्टेशन से करीब चार हजार यात्री सफर करते हैं। ट्रेन से कासगंज का किराया 25 रुपये है और बस का किराया 105 रुपये है। ट्रेन से कासगंज पहुंचने में करीब दो घंटे का समय लगता है, जबकि बस तीन घंटे से ज्यादा समय लेती है।
अभी मथुरा-कासगंज के लिए दोपहर में ट्रेन संचालन का कोई प्रस्ताव नहीं हैं। ट्रेन संचालन का निर्धारण रेलवे बोर्ड करता है।
राजेंद्र कुमार, पीआरओ