ब्रज में पहली बार राधामोहन मंदिर में साध्वी बनीं महंत
शकुंभरी पीठ की गद्दी है पांच सौ साल पुराना राधा मोहन मंदिर, महंत बल्लभदास ने साध्वी हरिप्रया को ओढ़ाई महंताई की चादर
चौमुहां, संवाद सूत्र। श्रीराधामोहन मंदिर की महंत अब साध्वी हरिप्रिया होंगी। ब्रज मंडल में पहली बार किसी महिला को महंताई सौंपी गई है। इसे धार्मिक जगत में एक नई पहल माना जा रहा है। यह मंदिर जगत स्वामी फैजानंद पीठाधीश्वर शंकराचार्य आश्रम शाकुंभरी सिद्धपीठ के अधीन है।
मंगलवार को जगदगुरु शंकराचार्य आश्रम सिद्धपीठ सहारनपुर की साध्वी प्रिया हरिदास (हरिप्रिया) को सर्वसम्मति से मंदिर का महंत घोषित किया गया। इससे पहले बाबा बल्लभदास महंत थे। मंगलवार को उन्होंने अपना कार्यभार त्यागते हुए ग्रामीणों के सामने हरिप्रिया को मंदिर का महंत घोषित किया और महंताई की चादर ओढ़ाई। बाबा बल्लभदास ने कहा कि अब से मंदिर और राधामोहन गोशाला की देखरेख हरिप्रिया के निर्देश में होगी। उल्लेखनीय है कि मंदिर करीब पांच सौ साल पुराना है और उस पर करीब 12 बीघा जमीन है। यहां गोशाला में 120 गायों की सेवा करीब आठ कर्मचारी करते हैं।
इस मौके पर चमत्कारी सिद्ध बाबा, स्वामी सहजानन्द, स्वामी दौलतगिरी महाराज, मोहनजी महाराज, माधव बाबा, द्वारिकाधीश यादव, बबलू गुप्ता, भारतपाल, कालू पहलवान, हरी पहलवान, गिर्राज ¨सह, भग्गो मास्टर, नवलो, नारायण ¨सह, कप्तान पहलवान, प्रह्लाद, हरपाल ¨सह, गुड्डू सिसोदिया, रेखचंद काका, श्यामजी, सियाराम, नारायण ¨सह सिसोदिया, सोमेश सिसोदिया, हरि किशन सिसोदिया, अशोक ¨सह आदि मौजूद रहे।