वाहनों के जाम से कराह उठे श्रद्धालु
वृंदावन सावन के महीने का अंतिम दौर और तीन दिन की छुट्टियों ने तीर्थनगरी के हालात बदतर कर दिए। सावन के महीने में मंदिरों में चल रहे उत्सवों के दर्शन को देशभर से आए श्रद्धालुओं के अलावा तीन दिन की लगातार पड़ी छुट्टियों के बाद दिल्ली एनसीआर के श्रद्धालुओं ने निजी वाहनों से शहर में प्रवेश कर लिया। हालात ये कि दिनभर हर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही और वाहन रेंगते हुए गुजरते रहे। पैदल राहगीर भी वाहनों के बीच से अपना रास्ता तय करने को मजबूर हुए। तेज धूप और वाहनों के जाम के कारण पसीने से तरबतर श्रद्धालुओं को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
वृंदावन: सावन के महीने का अंतिम दौर और तीन दिन की छुट्टियों ने तीर्थनगरी के हालात बदतर कर दिए। सावन के महीने में मंदिरों में चल रहे उत्सवों के दर्शन को देशभर से आए श्रद्धालुओं के अलावा तीन दिन की लगातार पड़ी छुट्टियों के बाद दिल्ली एनसीआर के श्रद्धालुओं ने निजी वाहनों से शहर में प्रवेश कर लिया। हालात ये कि दिनभर हर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही और वाहन रेंगते हुए नजर आए। पैदल राहगीर भी वाहनों के बीच से अपना रास्ता तय करने को मजबूर हुए। तेज धूप और वाहनों के जाम के कारण पसीने से तरबतर श्रद्धालुओं को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
रविवार को पवित्रा एकादशी और शनिवार, रविवार के साथ सोमवार को पड़ी ईद की छुट्टी के कारण श्रद्धालुओं का भारी हुजूम मंदिरों में दर्शन के लिए वृंदावन पहुंच गया। देशभर से बसों से आए श्रद्धालुओं से शहर में हर ओर जाम के हालात बन गए। भोर से ही सड़कों पर शुरू हुई वाहनों की कतार देर शाम तक थम न सकी। हालांकि छटीकरा से आने वाले वाहनों को शहर में एंट्री नहीं मिली। बावजूद इसके मथुरा और यमुना एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन बेरोकटोक शहर के सकरे इलाकों में पहुंच रहे थे। सबसे अधिक हालात अटल्ला चुंगी से लेकर रंगजी मंदिर तक बिगड़े दिखाई दिए। दोनों ही ओर से वाहनों की लंबी कतार लगी थी।