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थाने पर हमले में आरोपित दो को भेजा जेल

संवाद सूत्र, बरसाना : रौनक हत्याकांड के आरोपित से मारपीट और थाने में तोड़फोड़ करने

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Apr 2018 06:55 PM (IST)Updated: Fri, 06 Apr 2018 06:55 PM (IST)
थाने पर हमले में आरोपित दो को भेजा जेल
थाने पर हमले में आरोपित दो को भेजा जेल

संवाद सूत्र, बरसाना : रौनक हत्याकांड के आरोपित से मारपीट और थाने में तोड़फोड़ करने वाले रौनक राजपूत के परिजनों सहित दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। हमला करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उपद्रव मचाने वालों के घर पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस कार्रवाई के डर से उपद्रव के आरोपी दुकान, घर बंद कर फरार हो गए हैं।

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बरसाना के चर्चित रौनक राजपूत हत्याकांड के मुख्य आरोपित सोनू निवासी कुम्हेर राजस्थान को बरसाना पुलिस ने गुरुवार की दोपहर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। सोनू की गिरफ्तारी की खबर सुन रौनक का बड़ा भाई नितिन उसे देखने थाने पहुंचा। नितिन की थाने में तैनात मुंशी केके से कहासुनी हो गई। इस बात को लेकर रौनक के परिजनों और ग्रामीणों ने एकत्र होकर थाने पर हमला बोल दिया। आरोपी सोनू पर जानलेवा हमला करने के साथ गुस्साए परिजन थाने में तोड़फोड़ कर गए। उपद्रव के बाद कई थानों की पुलिस फोर्स बरसाना पहुंची और उपद्रव मचाने वाले आरोपितों के घरों में दबिश दी। पुलिस ने ललित और राजेंद्र निवासी तेहिया मोहल्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने थाने पर हमला करने वाले उपद्रवी बच्चू ¨सह, रामवती, नवनीत, नितिन, ललित, राजेंद्र आदि के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उनके घरों पर दबिश दी। लेकिन पुलिस कार्रवाई के चलते सभी लोग घरों से फरार हो गये। एक दर्जन से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि घटना के पर्दाफाश को रौनक के परिजन और ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन किए। पुलिस के अधिकारी, विधायक, मंत्रियों के दरवाजे खटखटाए। लेकिन हत्याकांड का पर्दाफाश नही हो सका। जिसके चलते पीड़ित पक्ष ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से खुलासा करने का निर्देश दिया था। रौनक की मां को छोड़ा-

बरसाना : आरोपी सोनू पर हुए जानलेवा हमला और थाने में तोड़फोड़ में रौनक की मां रामवती को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। गुरुवार को पुलिस ने रामवती को भी हिरासत में ले लिया था लेकिन पूछताछ करने के बाद देर रात रिहा कर दिया। थाना प्रभारी सुनील कुमार तोमर ने बताया कि रामवती को सिर्फ पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया, बाद में छोड़ दिया गया।

कंप्यूटर रूम में बंद होकर मुंशी ने बचाई थी जान

बरसाना : गुरुवार की देर शाम जब रौनक के परिजनों ने थाने में हमला बोला था तो थाने में तैनात मुंशी केके ने कंप्यूटर रूम में बंद होकर जान बचाई थी। मुंशी ने बताया कि उपद्रव मचाने वाले आरोपियों के सिर पर खून सवार था। करीब 50 लोगों ने थाना पर हमला बोला था।

रौनक हत्याकांड के आरोपी सोनू से पूछताछ की जा रही थी, तभी रौनक के परिजन और ग्रामीणों ने थाने पर हमला बोल दिया। तोड़फोड़ करने के साथ आरोपी सोनू को जान से मारने की कोशिश की। उपद्रव मचाने वाले सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

आदित्य कुमार शुक्ला, एसपी देहात ----------------------------------------------------------

गुरुवार को मेरा बाद पुत्र नितिन सिर्फ आरोपी सोनू को देखने गया था। बस इसी बात को लेकर पुलिस कर्मियों ने उसके साथ मारपीट कर दी। जब इसकी शिकायत करने हम थाने पर पहुंचे तो रौनक की मां और मेरे साथ भी पुलिस ने मारपीट की। इंसाफ तो दूर उल्टा ही पुलिस ने हमे दंगा, बलवा करने के मुकदमों में फंसा दिया।

-बच्चू ¨सह, पीड़ित पिता

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पुलिस मेरे पुत्र की हत्या करना चाहती है। इतना ही नही मुझे भी पूरी रात थाने बैठाकर रखा और मारपीट की।

पुलिस से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं लग रही है । योगी सरकार में एक मां न्याय के लिए लड़ रही है, लेकिन पुलिस उन्हीं पर कहर बरसा रही है।

रामवती, पीड़ित मां

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